यूपीएससी सिविल सर्विस 2021 की परीक्षा का परिणाम आज (30 मई 2022) सामने आ गया है। इस साल इसके रिज़ल्ट में महिलाओं ने इतिहास रचा है। परीक्षा में टॉप तीन लड़कियों द्वारा जीत ली गईं हैं।
यूपीएससी सिविल सर्विस एक्जाम दुनिया की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है। इसमें पास होने के लिए लोगों की जिंदगियां तक निकल जाती हैं। इस परीक्षा में पास होने के लिए कई पड़ावों को पार करना पड़ता है। इस परीक्षा के द्वारा भारत के सिविल सर्विस ऑफिसर्स का चुनाव किया जाता है जैसे की आईएएस ऑफिसर, आईपीएस अधिकारी, पुलिस कर्मचारी, आदि।
इस परीक्षा का प्रिलिमिनरी एग्जाम 10 अक्टूबर 2021 को हुआ था जिस का रिजल्ट 29 अक्टूबर को सामने आया। इसमें पास होने वाले कैंडिडेट ने 7 से 16 जनवरी 2022 तक अपना मेन एग्जाम दिया। इसके रिजल्ट की घोषणा 17 मार्च को हुई। इसमें पास होने वाले कैंडिडेट्स का इंटरव्यू 5 अप्रैल से 26 मई के बीच में हुआ। यह इंटरव्यू इस परीक्षा का आखिरी पड़ाव था। जिसके बाद इस परीक्षा में पास होने वालों की लिस्ट आज सामने आ चुकी है।
यूपीएससी कैंडिडेट टॉपर्स की डिटेल्स क्या हैं?
यूपीएससी कैंडिडेट श्रुति शर्मा ने परीक्षा में पहली रैंक प्राप्त करके टॉप किया है। उनके पीछे-पीछे अंकिता अग्रवाल, गामिनी सिंगला और ऐश्वर्या वर्मा ने भी इसमें टॉप रैंक हासिल की हैं। UPSC की परीक्षा में टॉप फ्री रैंक लड़कियों ने प्राप्त करके रिकॉर्ड बनाया है। श्रुति के बाद अंकिता नहीं दूसरी, गामिनी ने तीसरी और ऐश्वर्या ने चौथी रैंक प्राप्त की।
UPSC 2021 में टॉप करने वाली श्रुति शर्मा ने सेंटी सन कॉलेज और जवाहरलाल यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की। इसके साथ ही उन्होंने जामिया मिलिया इस्लामिया रेजीडेंशियल कोचिंग अकादमी से UPSC की परीक्षा की तैयारी की।
इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस के लिए UPSC द्वारा 685 लोगों की लिस्ट निकाली गई। इस लिस्ट की टॉप 180 सीट IAS कि लिए रिजर्व की गई है। बाकी बची सीटों से दूसरे पदों की नियुक्ति की जाएगी। इस परीक्षा में पास होने वाले सभी कैंडिडेट्स प्रीलिम्स, मेंस और इंटरव्यू तीनों में अपनी परफॉमेंस के आधार पर सिलेक्ट किए जाते हैं।
पिछली साल का यूपीएससी का रिजल्ट कैसा था?
पिछले साल केरल की एक लड़की ने इस परीक्षा में पास हो कर इतिहास रचा था। उनका नाम Aswathy S है जो तिरुवनंतपुरम की रहने वाली हैं। उनके पिता एक कंस्ट्रक्शन मज़दूर थे। उन्होने 481वीं रैंक से एग्जाम क्लियर किया। उनके 15 साल की मेहनत रंग लाई।
ऐसे उदाहरणों की तो कमी नहीं है जो हर वक्त हमें प्रेरित करने के लिए तत्पर रहते हैं। इन्हीं उदाहरण में से एक है महाराष्ट्र के लातुर की रहने वाली पूजा कदम। इन्होंने पिछले साल अपने दूसरे ही अटेम्प्ट में एग्जाम क्लीयर कर लिया। बता दें कि कदम की आईसाइट केवल 15% ही है।