World Press Freedom Day: आज संसार में विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस मनाया जा रहा है यानि वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम डे। इस दिन विशेष रूप से प्रेस की स्वतंत्रता और उसको आगे बढ़ाने में मुख्य भूमिका निभाते पत्रकारों की बात की जाती है। प्रेस जिसका सीधा-सीधा अर्थ अभिव्यक्ति से जुड़ा है, आज इस प्रेस स्वतंत्रता दिवस पर अपनी शक्ति सामने रखता नजर आता है।
मालूम हो भारत ही नहीं विश्व में भी अक्सर प्रेस और पत्रकारों को लेकर वाद-विवाद चलता रहता है। बहुत से देशों में पत्रकारों और प्रेस की स्वतंत्रता पर हमले किए जाते हैं। कई हमलों में तो पत्रकारों की जान तक चली जाती है। इन्हीं हिंसाओं को दूर करने और पत्रकारों के महत्व को सामने लाने के उद्देश्य से मनाया जाता है विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस।
क्या है इस दिवस का इतिहास
बात साल 1991 की है। इस साल अफ्रीका में पत्रकारों ने मिलकर प्रेस की आजादी को लेकर एक डिक्लेरेशन जारी किया। उनके इस डिक्लेरेशन को डिक्लेरेशन ऑफ विंडहोक का नाम दिया गया। इसके दो साल बाद, साल 1993 में संयुक्त राष्ट्र की महासभा ने विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस मनाने की बात की। तब से आज तक 3 मई को विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है।
क्या है इस वर्ष की थीम
हर वर्ष की तरह ही इस वर्ष 2023 की विश्व प्रेस दिवस की थीम है, 'Shaping a Future of Rights: Freedom of Expression as a Driver for all other Human Rights.' हर वर्ष की तरह की इस वर्ष भी सरकारी, गैर-सरकारी संस्थानों, स्कूलों और कॉलेजों आदि में प्रेस की स्वतंत्रता और पत्रकारों के विषय में वाद-विवाद कॉम्पटीशन और अन्य प्रोग्राम आयोजित किए जाते हैं।
क्या है इस दिवस का महत्व
दरअसल प्रेस ही एक जरिया है जो समाज से संबंधित कु-रीतियों और दुष्प्रचारों को सामने लाता है। प्रेस के जरिए ही सामान्य-सी घटना आंदोलन का रूप ले लेती है। प्रेस का जो मुख्य उद्देश्य है सच को सामने लाना वो अन्य किसी साधन से संभव नहीं। ऐसे में जरूरी हो जाता है कि प्रेस की स्वतंत्रता बनी रहे, पत्रकारों को उनका काम करने दिया जाए। यही कारण है विश्व में आज के दिन प्रेस स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है।