बिना किसी यौन इरादे के बच्ची के गालों को छूना अपराध नहीं है : ऐसा कहते हुए बीते मंगलवार को POCSO (Protection of Children from Sexual Offences) कोर्ट ने 28 साल के आदमी को बरी कर दिया, जिस पर पांच साल की बच्ची से छेड़छाड़ करने का आरोप लगा था।
28 साल के आदमी पर पांच साल की बच्ची की माँ से छेड़छाड़ करने का भी आरोप था। जिसके लिए आरोपी को पूरे 1 साल के लिए जेल में बंद रखा गया। कोर्ट में जब आदमी पर 5 साल की बच्ची के गालों को छूने का भी आरोप लगा, तब कोर्ट ने कहा - ''अभियोजन के लिए यह उचित संदेह से परे अभियुक्त के खिलाफ अपराध साबित करने के लिए है। यहाँ तक कि माँ की गवाही को देखते हुए, जैसा कि अभी भी है, अभियुक्तों की ओर से ऐसा कोई ओवर्ट ऐक्ट नहीं है जिसे पीड़ित लड़की के साथ यौन शोषण या उसकी विनम्रता को अपमानजनक करार दिया जा सकता है।''
छेड़छाड़ की यह घटना 2017 की है
छेड़छाड़ की यह घटना 2 जून, 2017 की है। बच्ची की 33 साल की माँ के अनुसार, छेड़छाड़ करने वाला 28 साल का आदमी, एक इलेक्ट्रीशियन है। और वो घर के टूटे हुए फ्रिज को ठीक करने के लिए आया हुआ था। घर में अपनी माँ के साथ 2 छोटी बच्चियाँ थी, और उस वक्त पिता अपने काम के लिए घर से जा चुके थे। घटना को याद करते हुए महिला बताती हैं कि आरोपी घर में आने के बाद उनके करीब आकर उनको गले लगाने की कोशिश करता है। साथ ही, उनकी बच्ची के गालों को भी छूता है। जैसे ही, महिला यह सब देखती, समझती है तो वो तुरंत उसे बच्ची से दूर रहने को कहती है। और इसके बाद महिला का कहना है कि इलेक्ट्रीशियन ने फिर भी उसके साथ छेड़छाड़ की।
इतना सब होते ही, जब महिला का भाई घर में पहुंचता है तो पुलिस को बुलाकर उनको आरोपी सौंप दिया जाता है। इस सब के बाद, आरोपी को बेल मिल चुकी है। छोटी बच्ची जब सात साल की हुई, तब उसे भी कोर्ट में बयान देने के लिए बुलाया गया।
इस केस को सुनते हुए, कोर्ट ने कहा - ''इस केस को छोड़कर, दूसरा कोई केस आरोपी के खिलाफ नहीं किया गया है। यह 28 साल का युवा है, इसलिए इसे कम-से-कम एक साल की सज़ा के साथ सुधरने के लिए एक मौका मिलना चाहिए।'' कोर्ट ने आरोपी पर दस हजार का जुर्माना भी लगाया है।