61.8 करोड़ में बिका Tyeb Mehta का 'Trussed Bull',भारतीय कला इतिहास में बना नया रिकॉर्ड

भारतीय आधुनिक कला को नई ऊंचाई पर ले जाते हुए, तैयब मेहता की 1956 में बनी पेंटिंग Trussed Bull मुंबई में ₹61.8 करोड़ में नीलाम हुई। यह भारत की दूसरी सबसे महंगी नीलामी में बिकी कलाकृति बन गई है।

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Vaishali Garg
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 Tyeb Mehta

भारतीय कला जगत ने एक बार फिर इतिहास रच दिया है। मशहूर कलाकार तैयब मेहता (Tyeb Mehta) की 1956 में बनी पेंटिंग 'Trussed Bull' मुंबई में आयोजित Saffronart नीलामी में ₹61.8 करोड़ में बिकी। यह भारत में अब तक नीलाम हुई दूसरी सबसे महंगी कलाकृति बन गई है। इससे पहले अमृता शेरगिल की 'The Storyteller' भी इतने ही मूल्य पर बिकी थी।

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61.8 करोड़ में बिका Tyeb Mehta का 'Trussed Bull': भारतीय कला इतिहास में बना नया रिकॉर्ड

क्या खास है Trussed Bull में?

तैयब मेहता की यह पेंटिंग एक बंधे हुए सांड को दिखाती है। यह न सिर्फ एक जानवर की छवि है, बल्कि संघर्ष, दबाव और आंतरिक पीड़ा का प्रतीक भी है। यह कलाकृति व्यक्तिगत, सामाजिक और राजनीतिक बंधनों को उजागर करती है जैसे मनुष्य की असीम संभावनाओं को कैद कर दिया गया हो।

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कलाकार की सोच: तैयब मेहता का दृष्टिकोण

तैयब मेहता का जन्म 1925 में गुजरात के कापडवंज में हुआ था। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत एक फिल्म एडिटर के रूप में की, लेकिन जल्द ही पेंटिंग की ओर रुख किया। उनका काम यूरोपीय आधुनिकतावाद से प्रभावित रहा, खासकर फ्रांसिस बेकन की कृतियों से। उनकी पेंटिंग्स में विभाजन की त्रासदी, शहरी जीवन की कठिनाइयाँ और सामाजिक उथल-पुथल की गहराई दिखती है।

वो कहते थे, “जब आप युवा होते हैं, तो दुनिया को समझने की कोशिश करते हैं। उम्र बढ़ने पर, आप खुद को समझने लगते हैं।”

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आम जिंदगी, असाधारण कला

तैयब मेहता का जीवन उतना ही सादा था जितनी उनकी कला गहरी। मुंबई में वह वर्षों तक एक छोटे से एक कमरे वाले मकान में रहे, जहां उनकी पत्नी सकीना, एक शिक्षिका थीं, जो घर चलाने में मदद करती थीं। 1990 के दशक के बाद ही उनकी पेंटिंग्स की असली कीमत पहचानी गई और वे बड़े घर में शिफ्ट हो पाए।

नीलामी का ऐतिहासिक पल

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Saffronart की इस नीलामी में कुल ₹217.87 करोड़ की बिक्री हुई — जो भारत में किसी भी आर्ट हाउस द्वारा दर्ज की गई अब तक की सबसे बड़ी राशि है। यह नीलामी Saffronart की 25वीं वर्षगांठ पर आयोजित की गई थी, जो इसे और भी खास बना देती है।

साथ ही यह नीलामी तैयब मेहता की शताब्दी वर्ष (100वीं जयंती) के अवसर पर हुई, जिसने इस पल को और भी ऐतिहासिक बना दिया।

कला की भाषा: Trussed Bull की खासियत

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"अगर मैं एक सांड को बांधा हुआ दिखाऊं, जिसे मारने ले जाया जा रहा है, तो यह उस मानव शक्ति को दर्शाएगा जो अंदर ही अंदर जकड़ी हुई है।" – तैयब मेहता

उनकी पेंटिंग्स में bold colors, diagonals और भारतीय मिनिएचर कला की झलक मिलती है। Trussed Bull यूरोपीय एक्सप्रेशनिज़्म और क्यूबिज्म से प्रभावित एक शुरुआती कृति है, जिसमें गहराई, भावना और विद्रोह की स्पष्ट अभिव्यक्ति दिखती है।

भारत की सबसे महंगी पेंटिंग कौन सी है?

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हाल ही में मार्च 2025 में एमएफ हुसैन की पेंटिंग 'Gram Yatra' न्यूयॉर्क की Christie's नीलामी में ₹118 करोड़ में बिकी, जो अब तक की सबसे महंगी भारतीय पेंटिंग है।

तैयब मेहता की Trussed Bull न सिर्फ एक कलाकृति है, बल्कि यह भारतीय कला के इतिहास का एक सशक्त अध्याय बन गई है। ये नीलामी बताती है कि भारतीय कलाकारों की पहचान और उनकी कलात्मक सोच अब वैश्विक मंच पर अपने चरम पर पहुंच रही है।