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Photograph: (@INCHarshSakpal, X)
महाराष्ट्र के जलगांव में केंद्रीय मंत्री रक्षा खडसे की नाबालिग बेटी के साथ छेड़छाड़ और पीछा करने का मामला सामने आया है। इस मामले में सात आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है, जिनमें से एक को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस घटना के बाद महिला सुरक्षा को लेकर एक बार फिर बहस छिड़ गई है।
महाराष्ट्र में केंद्रीय मंत्री की बेटी से छेड़छाड़: 7 आरोपी बुक, महिला सुरक्षा पर फिर सवाल
क्या है पूरा मामला?
रक्षा खडसे, जो केंद्र सरकार में युवा मामलों और खेल राज्य मंत्री हैं, ने इस मामले की शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने कहा, "मैं यहां मंत्री नहीं, बल्कि एक मां के तौर पर न्याय मांगने आई हूं।"
मंत्री की बेटी जलगांव जिले के कोथली में महाशिवरात्रि के अवसर पर आयोजित मेले में अपने दोस्तों के साथ गई थी। उसी दौरान कुछ युवकों ने उसका पीछा किया, उसे धक्का दिया और उसकी तस्वीरें और वीडियो बनाने लगे। जब उनके बॉडीगार्ड्स ने विरोध किया, तो आरोपियों ने उनसे भी बदसलूकी की।
“एका मंत्र्याच्या, खासदाराच्या मुलीसोबत असं घडू शकतं तर बाकीच्या मुलींचा आपण विचारच करु शकत नाही”
— Abhijit Karande (@AbhijitKaran25) March 2, 2025
काही गुंडांनी मुक्ताईनगरच्या यात्रेत मुलीचा आणि तिचा मैत्रिणींचा छळ केल्यानंतर केंद्रीय मंत्री रक्षा खडसेंची उद्विग्न प्रतिक्रिया. #RakshaKhadse#MaharashtraPoliticspic.twitter.com/855F02wOm6
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने इस मामले में सात आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (BNS), पॉक्सो (POCSO) अधिनियम और आईटी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है।
गिरफ्तार आरोपी:
- सोहम माली (गिरफ्तार)
अन्य आरोपी:
- अनिकेत भोई
- पीयूष मोरे
- सहजम कोली
- अनुज पाटिल
- किरण माली
- सचिन पालवी
मुक्ताईनगर के पुलिस उपाधीक्षक कुशनात पिंगडे ने बताया कि "हमने छेड़छाड़ का मामला दर्ज कर लिया है और बाकी आरोपियों की तलाश जारी है।"
रक्षा खडसे का बयान: "अगर मेरी बेटी के साथ ऐसा हो सकता है, तो आम लड़कियों का क्या?"
रक्षा खडसे ने इस घटना पर नाराजगी जताते हुए कहा, "अगर मेरी बेटी को बॉडीगार्ड्स के होते हुए भी इस तरह की हरकतों का सामना करना पड़ा, तो आम लड़कियों की सुरक्षा की क्या गारंटी है?"
उन्होंने कहा कि "महाराष्ट्र में महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ रहे हैं और अपराधियों में कानून का डर खत्म हो गया है। कई लड़कियां समाज के डर से शिकायत नहीं कर पातीं, लेकिन हमें चुप नहीं रहना चाहिए। इसलिए मैंने खुद पुलिस स्टेशन जाकर शिकायत दर्ज करवाई है।"
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का बयान
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि "आरोपियों में कुछ एक राजनीतिक दल से जुड़े हुए हैं... ऐसी घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी।"
राजनीतिक विवाद: विपक्ष ने सरकार पर साधा निशाना
रक्षा खडसे के पिता और एनसीपी (SP) के एमएलसी एकनाथ खडसे ने राज्य सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि "अपराधियों को स्थानीय नेताओं का संरक्षण मिलता है, इसलिए वे बेखौफ होकर इस तरह की हरकतें करते हैं। मैंने कई बार विधानसभा में यह मुद्दा उठाया है, लेकिन सरकार इसे गंभीरता से नहीं ले रही।"
महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष हर्षवर्धन सापकल ने कहा कि "अगर एक केंद्रीय मंत्री की बेटी ही राज्य में सुरक्षित नहीं है, तो आम लड़कियों की सुरक्षा का क्या हाल होगा?"
कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा कि "मंत्री को खुद पुलिस स्टेशन जाकर शिकायत करनी पड़ी, क्योंकि राज्य की पुलिस अब अपराधियों से डरने लगी है। यह साबित करता है कि महाराष्ट्र में कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमरा चुकी है।"
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया
यह घटना सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर लोगों की तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिली। कई लोगों ने इसे महाराष्ट्र में महिला सुरक्षा की चिंताजनक स्थिति करार दिया।
"अगर मंत्री की बेटी के साथ ऐसा हो सकता है, तो आम लड़कियां कितनी असुरक्षित होंगी?"
"कानून का डर खत्म हो गया है, सरकार को सख्त कदम उठाने चाहिए।"
यह घटना बताती है कि महाराष्ट्र में महिला सुरक्षा को लेकर अभी भी गंभीर चुनौतियां बनी हुई हैं। अगर एक मंत्री की बेटी सुरक्षित नहीं है, तो आम लड़कियों की स्थिति क्या होगी? इस घटना के बाद यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि सरकार और प्रशासन इस मामले में क्या सख्त कदम उठाते हैं।