माइक्रोसॉफ्ट की नौकरी छोड़ दी! Vaniya Agrawal ने गाज़ा युद्ध के खिलाफ उठाया साहसिक कदम

वानिया अग्रवाल ने माइक्रोसॉफ्ट जैसी दिग्गज कंपनी की नौकरी छोड़ दी क्योंकि वह गाज़ा युद्ध में कंपनी की भूमिका से सहमत नहीं थीं। जानिए उनकी पूरी कहानी और क्यों यह कदम बन गया चर्चा का विषय।

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Vaishali Garg
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Vaniya Agrawal Quits Microsoft Over Gaza War

Vaniya Agrawal Quits Microsoft Over Gaza War Photograph: (X )

Vaniya Agrawal Quits Microsoft Over Gaza War: वानिया अग्रवाल, एक भारतीय-अमेरिकी सॉफ्टवेयर इंजीनियर, हाल ही में माइक्रोसॉफ्ट से इस्तीफा देकर चर्चा में आई हैं। उन्होंने कंपनी के 50वें वर्षगांठ समारोह के दौरान माइक्रोसॉफ्ट के शीर्ष अधिकारियों पर गाज़ा में हो रही हिंसा में कंपनी की भागीदारी का आरोप लगाया।

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माइक्रोसॉफ्ट की नौकरी छोड़ दी! वानिया अग्रवाल ने गाज़ा युद्ध के खिलाफ उठाया साहसिक कदम

माइक्रोसॉफ्ट में कार्यकाल और इस्तीफा

वानिया ने 2023 में माइक्रोसॉफ्ट के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस डिवीजन में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में काम करना शुरू किया था। इससे पहले, उन्होंने तीन वर्षों तक अमेज़न में सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट इंजीनियर के रूप में कार्य किया था। अप्रैल 2025 में, उन्होंने एक कंपनी-विस्तृत ईमेल के माध्यम से अपने इस्तीफे की घोषणा की, जिसमें उन्होंने गाज़ा में हो रही हिंसा में कंपनी की संलिप्तता का हवाला देते हुए लिखा, "मैं ऐसी कंपनी का हिस्सा नहीं बन सकती जो इस हिंसक अन्याय में भागीदार हो।"

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विरोध प्रदर्शन और आरोप

माइक्रोसॉफ्ट के रेडमंड, वाशिंगटन स्थित मुख्यालय में आयोजित 50वीं वर्षगांठ समारोह के दौरान, वानिया ने एक पैनल चर्चा को बाधित किया जिसमें बिल गेट्स, स्टीव बाल्मर और सत्या नडेला शामिल थे। उन्होंने आरोप लगाया कि माइक्रोसॉफ्ट की तकनीक का उपयोग गाज़ा में हो रहे हमलों में किया जा रहा है, जिससे हजारों निर्दोष लोग मारे गए हैं। उन्होंने कहा, "50,000 फिलिस्तीनी गाज़ा में माइक्रोसॉफ्ट की तकनीक से मारे गए हैं। आप सभी को शर्म आनी चाहिए कि आप उनके खून पर जश्न मना रहे हैं।"

नैतिकता के आधार पर निर्णय

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वानिया का मानना है कि किसी भी कंपनी को नैतिक मूल्यों के आधार पर अपने व्यावसायिक निर्णय लेने चाहिए। उन्होंने कहा कि वह ऐसी कंपनी का हिस्सा नहीं बन सकतीं जो निर्दोष लोगों की मौत में अप्रत्यक्ष रूप से शामिल हो। उनके इस कदम को कई मानवाधिकार संगठनों और सहकर्मियों का समर्थन मिला है, जिन्होंने कॉर्पोरेट नैतिकता और सामाजिक जिम्मेदारी पर बहस को और तेज किया है।

वानिया अग्रवाल का यह निर्णय तकनीकी उद्योग में नैतिकता और सामाजिक जिम्मेदारी के महत्व को उजागर करता है, और यह दर्शाता है कि व्यक्तिगत मूल्यों के साथ समझौता न करते हुए भी पेशेवर निर्णय लिए जा सकते हैं।

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