Vegetable Vendors Emotional Reaction after Her Son Become A CA: सोशल मीडिया पर एक दिल को छू लेने वाला वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें सब्जी बेचने वाली एक मां अपने बेटे योगेश को चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) की परीक्षा पास करने पर गले लगाती है। ठाणे के डोंबिवली (पूर्व) में सब्जी की दुकान चलाने वाली मां अपने बेटे को गले लगाते हुए फूट-फूट कर रो पड़ी, जो अब CA बन गया है। यह वीडियो वायरल हो गया है और नेटिज़न्स खुशी की भावनाओं से अभिभूत हैं। एक्स पर वायरल हो रहे 45 सेकंड के वीडियो में योगेश अपनी मां के पास जाता है और उन्हें यह खबर बताता है। मां खुशी से भरी हुई है और अपने बेटे को गले लगाती है। इसके बाद हम देखते हैं कि मां अपने बेटे की अप्रत्याशित उपलब्धियों पर फूट-फूट कर रोती है।
सब्जी बेचने वाली महिला का बेटा बना CA, देखिये माँ का इमोशनल रिएक्शन
महाराष्ट्र के लोक निर्माण विभाग मंत्री रवींद्र चव्हाण ने मां-बेटे की जोड़ी के भावुक पल का वीडियो एक्स पर शेयर किया। उन्होंने योगेश के दृढ़ संकल्प की सराहना की और उनकी उपलब्धियों पर गर्व व्यक्त किया।
योगेश, तुझा अभिमान आहे.
— Ravindra Chavan (@RaviDadaChavan) July 14, 2024
डोंबिवली पूर्व येथील गांधीनगर मधील गिरनार मिठाई दुकानाजवळ भाजी विकणाऱ्या ठोंबरे मावशींचा मुलगा योगेश चार्टर्ड अकाऊंटंट (C.A.) झाला.
निश्चय, मेहनत आणि परिश्रमांच्या बळावर योगेशने खडतर परिस्थितीशी तोंड देत हे दैदीप्यमान यश मिळवलं आहे. त्याच्या या… pic.twitter.com/Mf8nLV4E61
मराठी में लिखे गए इस पोस्ट को हिंदी में इस तरह समझा जा सकता है, "तुम पर गर्व है, योगेश। गांधीनगर, डोंबिवली ईस्ट में गिरनार मिठाई शॉप के पास सब्जी बेचने वाले थोम्ब्रे मावशी के बेटे योगेश चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) बन गए हैं। योगेश ने कठिन परिस्थितियों में अपनी ताकत, दृढ़ संकल्प और कड़ी मेहनत से यह शानदार सफलता हासिल की है। उनकी सफलता पर उनकी मां के आंसू लाखों के बराबर हैं। सीए जैसी कठिन परीक्षा पास करने वाले योगेश की जितनी भी तारीफ की जाए कम है। एक डोंबिवलीकर के तौर पर मैं योगेश की सफलता से खुश हूं। बधाई योगेश! आपके अगले कदम के लिए शुभकामनाएं!"
दूसरी ओर लोग भी खुशी और गर्व से भरे हुए हैं। वीडियो को दो लाख बार देखा गया और मां-बेटे की जोड़ी को बधाई देने वाले कमेंट्स की बाढ़ आ गई।
लोगों की प्रतिक्रियाएँ
एक यूजर ने लिखा, "बहुत भावुक पल। ध्यान दें कि भारतीय परिवारों में बेटों को परिवार के भीतर शारीरिक स्पर्श की इतनी आदत नहीं है कि उनके गले लगना थोड़ा अजीब लगता है।" एक अन्य यूजर ने योगेश और उनके द्वारा किए गए त्याग की बधाई दी। यूजर ने लिखा, "बधाई हो योगेश, आपने अपनी सफलता के लिए बहुत त्याग किए होंगे।" एक तीसरे यूजर ने भी योगेश को बधाई दी और कहा, "महान उपलब्धि के लिए दिल से बधाई। भगवान आपका भला करे। बहुत-बहुत शुभकामनाएँ।" चौथे यूजर ने योगेश की सफलता के ज़रिए लाए गए पीढ़ीगत बदलाव के बारे में बात की और कहा, "यह वाकई आश्चर्यजनक है कि कैसे एक आदमी पीढ़ियों की किस्मत बदल सकता है।" पांचवें यूजर ने अपने बच्चों को शिक्षित करने में माताओं की कड़ी मेहनत की ओर इशारा किया। यूजर ने लिखा, "सिर्फ़ माँ ही समझ सकती है कि बच्चे को शिक्षित करने के लिए उसे कितनी मुश्किलों से गुज़रना पड़ता है।"