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Dabur Advertisement Controversy - डाबर के इस 2021 करवाचौथ एड में इन्होंने दो लेस्बियन के ऊपर एड बनाया था। जब भी कोई ब्रांड अलग और हटकर एड के साथ आती है उसका जमकर विद्रोह किया जाता है इसके कारण से उन्हें अंत में हमेशा एड हटाना पड़ता है और माफ़ी मांगनी पड़ती है। कुछ समय पहले फैब इंडिया के दिवाली एड का भी इसी तरह से विरोध किया गया था और आखिर में वह भी हटा दिया गया था।
1. लेस्बियन मतलब होता है वो लड़की जिसको एक लड़की से ही प्यार होता है। इस एड में दो लडकियां करवाचौथ के लिए फुल अच्छे से तैयार हैं और छन्नी से एक दूसरे को देख रही हैं और साथ में करवाचौथ मना रही हैं।
2. इस एड को लेकर सभी जगह काफी ट्रोलिंग की गयी थी और उसके बाद फाइनली यह एड हटा दिया गया था।
3. डाबर ने अपना एड हटाया और लिखा कि फेम का करवाचौथ कैंपेन का एड सभी सोशल मीडिया से हटा दिया गया है और हम माफ़ी मांगते हैं उन सभी से जिनको न चाहते हुए भी इस एड से ठेस पहुंची है।
4. एड को हटा देने के बाद कई लोग इसके सपोर्ट में बोले और कहा इस तरीके के प्रगतिशील एड को हटाने को लेकर वो कंपनी से काफी निराश हुए हैं।
5. ऐसा सामने आ रहा है कि डाबर ने यह स्टेप मध्य प्रदेश के होम मिनिस्टर नरोत्तम मिश्रा के स्टेटमेंट के बाद लिया है। इनका यह एड डाबर की फेम ब्लीच को लेकर था और इसे बॉयकॉट करो पूरे ट्विटर पर ट्रेंड कर रहा है।
6. मिश्रा ने कहा था कि अगर यह एड नहीं हटाया जाता है तो वो इस मामले में लीगल एक्शन लेंगे। मिश्रा ने इस एड में सवाल किया कि क्यों हमेशा ब्रांड्स हिन्दू से जुड़े एड ही लेकर आते हैं उनके फेस्टिवल से जुड़े या फिर उनके ट्रेडिशन से जुड़े।
7. लोगों का कहना है कि अगर प्रगतिशील एड लाना है तो लाओ लेकिन उस में हमेशा हिन्दू के किसी फेटिवल या रिचुअल को क्यों जोड़ा जाता है।
Dabur Advertisement Controversy: क्या है डाबर एड कंट्रोवर्सी? डाबर ने अपना एड डिलीट क्यों किया?
1. लेस्बियन मतलब होता है वो लड़की जिसको एक लड़की से ही प्यार होता है। इस एड में दो लडकियां करवाचौथ के लिए फुल अच्छे से तैयार हैं और छन्नी से एक दूसरे को देख रही हैं और साथ में करवाचौथ मना रही हैं।
2. इस एड को लेकर सभी जगह काफी ट्रोलिंग की गयी थी और उसके बाद फाइनली यह एड हटा दिया गया था।
3. डाबर ने अपना एड हटाया और लिखा कि फेम का करवाचौथ कैंपेन का एड सभी सोशल मीडिया से हटा दिया गया है और हम माफ़ी मांगते हैं उन सभी से जिनको न चाहते हुए भी इस एड से ठेस पहुंची है।
4. एड को हटा देने के बाद कई लोग इसके सपोर्ट में बोले और कहा इस तरीके के प्रगतिशील एड को हटाने को लेकर वो कंपनी से काफी निराश हुए हैं।
5. ऐसा सामने आ रहा है कि डाबर ने यह स्टेप मध्य प्रदेश के होम मिनिस्टर नरोत्तम मिश्रा के स्टेटमेंट के बाद लिया है। इनका यह एड डाबर की फेम ब्लीच को लेकर था और इसे बॉयकॉट करो पूरे ट्विटर पर ट्रेंड कर रहा है।
6. मिश्रा ने कहा था कि अगर यह एड नहीं हटाया जाता है तो वो इस मामले में लीगल एक्शन लेंगे। मिश्रा ने इस एड में सवाल किया कि क्यों हमेशा ब्रांड्स हिन्दू से जुड़े एड ही लेकर आते हैं उनके फेस्टिवल से जुड़े या फिर उनके ट्रेडिशन से जुड़े।
7. लोगों का कहना है कि अगर प्रगतिशील एड लाना है तो लाओ लेकिन उस में हमेशा हिन्दू के किसी फेटिवल या रिचुअल को क्यों जोड़ा जाता है।