सभी जगह मेडिकल एक्सपर्ट चेतावनी दे रहे हैं जबसे ओमिक्रोन आया है। ओमिक्रोन के आने के बाद से कोरोना के मामले भी ज्यादा सामने आने लगे हैं और इसका कारण ओमिक्रोन हो सकता है जैसे कि दूसरी लहर में डेल्टा था।
क्या है डेलमिक्रोण?
इंडिया के बाहर देशों में ओमिक्रोन और कविड-19 को मिलकर डेलमिक्रोण को लेकर चेतावनी दी जा रही है। बाहर यूनाइटेड स्टेट्स और यूरोपीय राष्ट्र में जो मामले बड़े हैं उसको हेल्थ एक्सपर्ट्स डेलमिक्रोण नाम दे रहे हैं।
इंडिया में ओमिक्रोन एक लिए तैयारी कैसे की जा रही है?
ओमिक्रोन डेल्टा से भी तीन गुना तेज़ी से फैलता है और यह हम यूनाइटेड स्टेट्स में देख भी रहे हैं। अब डर है कि यही हाल इंडिया में न हो इसकी वैक्सीन को लेकर भी लगातार हेल्थ एक्सपर्ट रिसर्च कर रहे हैं ताकि परेशानी आने पर हम तैयार हो सकें। प्राइम मिनिस्टर नरेंद्र मोदी ने भी आज ओमिक्रोन को लेकर बैठक बिठाई है और हेल्थ मिनिस्ट्री ने फिर से एक बार सभी राज्यों को अस्पताल और दवाइयों को लेकर सतर्क रहने को कह दिया है।
क्या ओमिक्रोन के खिलाफ कोरोना वैक्सीन होगी असरदार?
वैक्सीनेशन की जहाँ तक बात है तो ऐसा मुष्किल है कि यह पूरे तरीके से वैक्सीन का असर कम कर अटैक करे। ओमिक्रोण सबसे पहले साउथ अफ्रीका में मिला था। WHO ने अभी तक कोरोना के 4 वैरिएंट्स बताए हैं पहला है उल्फा / UK वैरिएंट, बेटा / साउथ अफ्रीका वैरिएंट, गामा / ब्राज़ील वैरिएंट और डेल्टा / इंडियन वैरिएंट। अब जो यह नया ओमिक्रोन वैरिएंट आया है यह किस तरीके से फैलेगा इसको लेकर अभी कुछ भी नहीं कहा जा सकता है।
भारत बायोटेक का कहना है कि इनकी बनाई गयी कोवैक्सीन वुहान के ओरिजिनल कोरोना वायरस के खिलाफ बनाई गयी थी। इसका मतलब है कि यह इसके वैरिएंट पर भी जहाँ तक है असरदार होगी। इसके अलावा यह नई वैरिएंट के लिए लगातार रिसर्च कर रहे हैं। जॉनसन एंड जॉनसन वैक्सीन का कहना है कि यह इनकी वैक्सीन को नए वारेंट के लिए असरदार मानते हैं। यह एक अकेले ऐसे मैन्युफैक्चरर हैं जो अपनी वैक्सीन के लिए खिलाफ कॉंफिडेंट हैं।