HMPV Virus in India: Bengaluru’s First Case and Key Symptoms: हाल ही में चीन में HMPV (Human Metapneumovirus) वायरस के मामलों में वृद्धि ने पूरी दुनिया में चिंता बढ़ा दी थी। अब भारत में भी इस वायरस का पहला मामला सामने आया है। बेंगलुरु के एक निजी अस्पताल में एक आठ महीने के बच्चे में HMPV वायरस की पुष्टि हुई है, जो शहर का पहला मामला है। इंडिया टुडे के अनुसार कर्नाटका राज्य स्वास्थ्य विभाग ने इस मामले की पुष्टि की है, हालांकि राज्य ने खुद से सैंपल की जांच नहीं करवाई, क्योंकि रिपोर्ट निजी अस्पताल से आई थी। स्वास्थ्य विभाग के एक सूत्र ने कहा, "हमने निजी अस्पताल के परीक्षणों पर संदेह करने का कोई कारण नहीं पाया है।"
चीन के बाद भारत में HMPV वायरस: बेंगलुरु में मिला पहला मामला
HMPV आमतौर पर 11 साल से कम उम्र के बच्चों में पाया जाता है, और दुनिया भर में इसके फ्लू के मामलों में लगभग 0.7 प्रतिशत हिस्सेदारी होती है। इस वायरस के बारे में यह भी कहा गया है कि फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि बेंगलुरु में मिले मामले में किस स्ट्रेन का वायरस है, क्योंकि चीन में मिले वायरस के स्ट्रेन के बारे में कोई डेटा अभी तक उपलब्ध नहीं है।
कर्नाटका राज्य सरकार ने शनिवार को एक आधिकारिक बयान जारी किया, जिसमें कहा गया कि राज्य में HMPV का कोई अन्य मामला सामने नहीं आया है और यह पहला मामला है। स्वास्थ्य विभाग ने यह भी कहा कि दिसंबर 2024 में कर्नाटका में श्वसन संक्रमणों के मामलों में किसी प्रकार की असामान्य वृद्धि नहीं देखी गई है।
भारत में HMPV की स्थिति
कर्नाटका के स्वास्थ्य विभाग ने शनिवार को एक बयान जारी किया, जिसमें कहा गया कि दिसंबर 2024 में कर्नाटका में श्वसन संबंधी संक्रमणों के मामलों में कोई असामान्य वृद्धि नहीं देखी गई है। साथ ही, केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने भी इस वायरस की स्थिति पर ध्यान केंद्रित करने की बात की और कहा कि राज्य इस वायरस के संभावित प्रकोप से निपटने के लिए तैयार है।
चीन में COVID जैसा वायरस HMPV: जानिए इसके लक्षण और इससे बचाव के तरीके
HMPV क्या है?
HMPV यानी मानव मेटाप्न्यूमोवायरस एक RNA वायरस है, जिसे पहली बार 2001 में नीदरलैंड के वैज्ञानिकों ने खोजा था। यह वायरस मुख्य रूप से ऊपरी और निचले श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है। यह वायरस RSV (रेस्पिरेटरी सिंकिशियल वायरस) का करीबी है और बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोगों के लिए ज्यादा खतरनाक हो सकता है।
HMPV के लक्षण
HMPV के लक्षण सामान्य सर्दी-जुकाम से मिलते-जुलते हैं, जैसे:
- खांसी
- बुखार
- नाक का बंद होना या बहना
- गले में खराश
- सांस लेने में कठिनाई
- घरघराहट
गंभीर मामलों में, यह वायरस ब्रोंकियोलाइटिस और निमोनिया का कारण बन सकता है।
HMPV का संक्रमण कैसे फैलता है?
यह वायरस संक्रमित व्यक्ति के नजदीकी संपर्क, खांसने-छींकने से निकली बूंदों, या संक्रमित सतहों को छूने से फैलता है।
बचाव के उपाय
- हाथों को नियमित रूप से साबुन और पानी से धोएं।
- संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाए रखें।
- खांसते या छींकते समय मुंह और नाक ढकें।
- बार-बार छूने वाली सतहों को साफ रखें।
- चीन की वर्तमान स्थिति
हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, चीन में HMPV के मामलों की वजह से अस्पतालों में भारी भीड़ देखी जा रही है। हालांकि, अब तक चीनी स्वास्थ्य प्राधिकरण या विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की ओर से इसे महामारी घोषित नहीं किया गया है।
HMPV कोई नया वायरस नहीं है, लेकिन इसके बढ़ते मामलों ने लोगों की सतर्कता बढ़ा दी है। यह जरूरी है कि लोग इस वायरस के लक्षणों को पहचानें और समय रहते मेडिकल सलाह लें।