कल दिल्ली पब्लिक ने पहली बार ट्रेड्स शब्द का इस्तेमाल किया बुल्ली बाई केस में। तभी से सब सोच रहे हैं कि क्या है इसका मतलब। “Bulli Bai” एक एप है और यह मुस्लिम महिलाओं को टारगेट करता है और इसके ज़रिए लोग इन मुस्लिम महिलाओं पर बोली लगाते हैं। इस एप का नाम है “Bulli Bai”। यह एक सॉफ्टवेयर GitHub द्वारा खोला जाता है और कंट्रोवर्सी में आने के बाद इस एप को ब्लॉक कर दिया गया है।पुलिस ने ट्रैड ऑनलाइन ग्रुप के बारे में बात करते हुए कहा। इस केस में एक 26 साल के अनुमकरेश्वर ठाकुर को अरेस्ट किया गया है। यह एक ऑनलाइन ग्रुप का हिस्सा था जिसका नाम है ट्रैडमहासभा।
ट्रेड्स क्या है?
ट्रैडमहासभा जैसे कई ग्रुप ऑनलाइन बनाए गए हैं कई प्लेटफार्म पर जैसे कि telegram, reddit, 4chan और discord। कई यूज़र्स इन सभी प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल माइनॉरिटी कम्युनिटीज को परेशन करने एक लिए कर रहे हैं।
26 साल के अनुमकरेश्वर ठाकुर ट्विटर पर जनवरी 2020 को ऐसे ही एक ग्रुप में घुसे। इस ग्रुप का मकसद था मुस्लिम महिलाओं को परेशान करना। इसका एक और ट्विटर अकाउंट भी था जिसका नाम था सिगमरटराड। इस लड़के को दिल्ली पुलिस ने इंदौर से अरेस्ट किया है और इसने इंदौर के IPS अकादमी से पढाई की है।
साइबर सेल के DCP KPS मल्होत्रा का कहना है कि ठाकुर ट्विटर पर ट्रैड ग्रुप का मेंबर था ट्विटर पर और इसका मकसद मुस्लिम महिलाओं को नीचा दिखाना था। गिटहब कोड को भी इसने ही बनाया था और ग्रुप मेंबर्स यहाँ महिलाओं की फोटोज पोस्ट किया करते थे।
बुल्ली बाई केस में किस किसको अरेस्ट कर लिया गया है?
इसके अलावा तीन और लोग जिनको अरेस्ट किया गया है वो भी टीनएज बच्चे ही हैं। एक मयंक रावल है 21 साल का, एक लड़की है श्वेता सिंह 19 साल कि और एक लड़का है विशाल कुमार झा। इसके बाद यह चौथा नीरज असम से अरेस्ट किया गया है। यह मामला सबके सामने जब आया जब 1 जनवरी को कुछ महिलाओं ने खुदके फोटोज नीलामी के लिए देखे।
यह मामला जैसे ही सामने आया था मुंबई और दिल्ली पुलिस ने सक्रिय होकर साथ में मिलकर काम किया और 2 से 3 दिन के अंदर 4 लोगों को अरेस्ट कर लिया है। इस में एक लड़की और एक एप क्रिएटर भी शामिल है।