Who is Laxmi Singh: उत्तर प्रदेश (UP) की सरकार(Government) ने बड़ा फेरबदल करते हुए यूपी में नए पुलिस आयुक्तों की नियुक्ति की है। पुलिस महानिरीक्षक, लखनऊ रेंज, लक्ष्मी सिंह उत्तर प्रदेश की पहली महिला पुलिस आयुक्त बनीं और उन्हें नोएडा का प्रभार दिया गया है। आपको बता दें की लक्ष्मी सिंह आलोक सिंह की जगह लेंगी, जिन्हें लखनऊ में पुलिस महानिदेशक मुख्यालय में तैनात किया गया है।
उत्तर प्रदेश सरकार ने एक ट्रांसफर जारी किया और राज्य में 16 भारतीय पुलिस सेवा (IPS) अधिकारियों की एक लिस्ट पोस्ट की है। 48 वर्षीय भारतीय पुलिस सेवा के वरिष्ठ अधिकारी ने 2000 में परीक्षा उत्तीर्ण की और उत्तर प्रदेश के मेरठ में प्रादेशिक सशस्त्र कांस्टेबुलरी के पुलिस उप महानिरीक्षक (DIG) बने। लक्ष्मी सिंह पुलिस महानिरीक्षक, लखनऊ रेंज के पद पर कार्यरत थीं।
जानिए कौन है लक्ष्मी सिंह (Who Is Laxmi Singh)
- IPS अधिकारी लक्ष्मी सिंह ने 2000 में परीक्षा पास की और वह कई डकैतों को गिरफ्तार करने के लिए जानी जाती हैं।
- लक्ष्मी उत्तर प्रदेश के पुलिस आयुक्त के रूप में आलोक सिंह की जगह लेंगी। लक्ष्मी सिंह पद संभालने वाली पहली महिला होंगी।
- सिंह संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा आयोजित परीक्षा में पहली महिला आईपीएस टॉपर (कुल मिलाकर 33वीं रैंक) हैं।
- आधिकारिक रिकॉर्ड के अनुसार, लक्ष्मी सिंह को हैदराबाद में सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी में सर्वश्रेष्ठ परिवीक्षाधीन घोषित किया गया था।
- ट्रेनिंग के दौरान, उन्हें प्रधान मंत्री की सिल्वर बाटों और गृह मंत्री की पिस्तौल से सम्मानित किया गया।
- लक्ष्मी सिंह के पास मैकेनिकल इंजीनियरिंग में प्रौद्योगिकी स्नातक की डिग्री है और उनकी पहली पोस्टिंग 2004 में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के रूप में हुई थी।
- लक्ष्मी ने पहले पुलिस के अतिरिक्त महानिदेशक (ADG), पुलिस के महानिदेशक (DG) और पुलिस के उप महानिरीक्षक (DIG) का पद संभाला था।
- वह 2014 में प्रादेशिक सशस्त्र कांस्टेबुलरी की डीआईजी बनीं।
2019 में, उन्हें उत्तर प्रदेश के लखनऊ में पुलिस महानिरीक्षक के रूप में प्रोमोटेड किया गया। - लक्ष्मी को कानपुर एनकाउंटर की जांच का नेतृत्व करने के लिए जाना जाता है, जिसमें पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) देवेंद्र मिश्रा सहित 8 पुलिस कर्मी मारे गए थे।
- लक्ष्मी को महिलाओं के खिलाफ अपराधों से जुड़ी जांच में सक्रिय रूप से शामिल रही हैं, जिसमें तीन दलित लड़कियों को जहर दिए जाने की जांच भी शामिल है।