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Photograph: (BBC)
जब एक पिता अपनी ज़मीन बेच देता है और नींद छोड़कर मां सुबह 2 बजे खाना बनाती है तो समझिए कि परिवार में कोई सपना आकार ले रहा है। यही सपना आज भारतीय क्रिकेट में नया इतिहास लिख रहा है।
कैसे Vaibhav Suryavanshi ने संघर्ष से IPL रिकॉर्ड तक का सफर तय किया
वैभव सूर्यवंशी, जो कभी समस्तीपुर की गलियों में बल्ला घुमाते थे, आज IPL 2025 में सबसे तेज़ सेंचुरी मारने वाले भारतीय खिलाड़ी बन चुके हैं। राजस्थान रॉयल्स के इस 14 वर्षीय सितारे ने महज़ 35 गेंदों में शतक जड़कर ना सिर्फ़ रिकॉर्ड तोड़ा, बल्कि दुनिया को बता दिया कि टैलेंट उम्र नहीं देखता।
𝗧𝗮𝗸𝗲 𝗮 𝗕𝗼𝘄 !!! 🙇
— Indian Cricket Team (@incricketteam) April 28, 2025
You are Really Special Talent if you make Legend Rahul Dravid stand up from the wheelchair 🫡
14 Year old Vaibhav Suryavanshi scores the fastest 100 by an Indian in IPL 🥶#RRvsGT | #VaibhavSuryavanshi | #GTvsRRpic.twitter.com/lrvGuf62Ee
संघर्ष की शुरुआत: एक किसान पिता, एक मां की कुर्बानी
वैभव ने महज़ चार साल की उम्र में बल्ला उठाया था। उनके पिता संजय सूर्यवंशी, एक किसान थे, जिन्होंने बेटे के क्रिकेट सपनों को पूरा करने के लिए अपनी ज़मीन तक बेच दी। उन्होंने घर पर ही एक प्रैक्टिस एरिना बनवया ताकि बेटे की ट्रेनिंग में कोई रुकावट ना आए।
वैभव बताते हैं, "मेरी मां सिर्फ़ तीन घंटे सोती थीं। पापा ने नौकरी छोड़ दी। बड़े भैया ने नौकरी संभाली ताकि मैं क्रिकेट खेल सकूं।"
क्रिकेट की दुनिया में एंट्री: जुनून से पेशेवर सफर तक
वैभव का क्रिकेट करियर 2023 की कूच बिहार ट्रॉफी से शुरू हुआ। इसके बाद उन्होंने इंडिया U-19 A & B, बांग्लादेश U-19 और इंग्लैंड U-19 के साथ क्वाड्रैंगुलर सीरीज़ में हिस्सा लिया। 2024 में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ़ 58 बॉल की सेंचुरी ठोकी, जिसने चयनकर्ताओं का ध्यान खींचा।
IPL 2025: जब सपनों को मिला पंख
इस साल के IPL ऑक्शन में वैभव ₹30 लाख के बेस प्राइस पर रजिस्टर्ड हुए। 16 साल के इतिहास में पहली बार कोई 14 वर्षीय खिलाड़ी ऑक्शन में उतरा था। दिल्ली कैपिटल्स और राजस्थान रॉयल्स के बीच जबरदस्त बोली लगी और अंत में राजस्थान रॉयल्स ने उन्हें ₹1.1 करोड़ में खरीदा।
वैभव अब राहुल द्रविड़ और कुमार संगकारा जैसे दिग्गजों से ट्रेनिंग ले रहे हैं, जो उनके करियर के लिए मील का पत्थर है।
रिकॉर्ड ब्रेकर: 35 गेंदों की सेंचुरी, 222.05 की स्ट्राइक रेट
वैभव ने अब तक तीन मैचों में 151 रन बनाए हैं, औसत 75.50 और स्ट्राइक रेट 222.05 रहा है। उनका बेस्ट स्कोर 101 नॉटआउट है, जो उन्होंने 38 गेंदों में पूरा किया। वो अब T20 में सेंचुरी मारने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बन चुके हैं।
कोच की नज़र से: "जैसे क्रिकेट के लिए ही जन्मा हो"
बिहार के रणजी कोच प्रमोद कुमार बताते हैं, "वो ज़मीन पर कभी बैठता नहीं। लंच या टी ब्रेक में भी या तो स्ट्रेचिंग करता है या किसी सीनियर से प्रैक्टिस। क्रिकेट के बारे में बात करो तो कभी नहीं थकता।"
क्यों ये कहानी सिर्फ क्रिकेट की नहीं है?
वैभव सूर्यवंशी की कहानी सिर्फ क्रिकेट की नहीं, समर्पण, संघर्ष और विश्वास की कहानी है। एक गांव के बच्चे का विश्व क्रिकेट के मंच तक पहुंचना लाखों युवाओं को प्रेरणा देता है कि सही दिशा और समर्थन मिले तो कुछ भी असंभव नहीं।
वैभव सूर्यवंशी का यह सफर दिखाता है कि ज़मीन से जुड़े सपने भी आसमान छू सकते हैं बस उन्हें पानी देने के लिए माता-पिता जैसे नींव चाहिए और खुद पर अटूट विश्वास।