नफीस सादिक का चार दिनों में ही इनका 93वा जन्मदिन आने वाला था और उससे पहले ही इनका देहांत हो गया। इन्होंने UNPF में एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर का काम भी किया है। साल 2000 में इन्होंने रिटायरमेंट ले ली थी। UN की इस समय जो एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर हैं डॉक्टर नतालिया कानें ने दुःख जताया। इन्होंने कहा नफीस “proud champion of choice and tireless advocate for women’s health, rights and empowerment.”
डॉक्टर सादिक की प्रोफेशनल लाइफ
डॉक्टर सादिक ने अपनी प्रोफेशनल लाइफ की शुरुवात फिजिशियन के तौर पर की थी। इन्होंने गायनाकोलॉजिस्ट और आब्सटेट्रिक्स के तौर पर पाकिस्तान के ग्रामीण छेत्र में काम किया था। 1971 में इन्होंने अपनी UNPF यानि कि यूनाइटेड नेशंस पापुलेशन फण्ड का काम शुरू किया था। 1977 में यह UNPF की असिस्टेंट डायरेक्टर बन गयी थीं। इसके बाद 1987 में इनको जनरल सेक्रेटरी जेवियर पेरेज़ द्वारा एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर बना दिया गया था।
डॉक्टर सादिक की पर्सनल लाइफ
सादिक एक पाकिस्तानी नेशनलिस्ट हैं और इनका जन्म इंडिया के जौनपुर में हुआ था। इनका पिता का नाम मोहम्मद शोएब और माँ का नाम इफ़्फ़त आरा है।
जून 1990 में, पेरेज़ डी कुएलर ने सादिक को 1994 में जनसंख्या और विकास पर संयुक्त राष्ट्र अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के पांचवें महासचिव के रूप में नियुक्त की गईं थीं, और वह कार्रवाई के अपने अभूतपूर्व कार्यक्रम के वास्तुकार बन गई थीं, जिसने पहली बार मान्यता दी कि महिलाओं को अधिकार है उनके प्रजनन और सेक्सुअल हैल्थ को नियंत्रित करने का और यह चुनने का कि उन्हें प्रेग्नेंट होना है या नहीं।
महिलाओं के लिए कई जरुरी मुद्दे उठाये
2015 के एक सम्मेलन में उन्होंने ऐसे ही कई और मुद्दों को भी उठाया। पहला मुद्दा यह था महिलाओं की शिक्षा तक पहुंच के बारे में, दूसरा बाल मृत्यु दर के बारे में, और सेक्सुअल हैल्थ के बारे में जागरूकता पैदा करना आदि इन सब मुद्दों से निपटने के लिए लक्ष्य निर्धारित किए गए थे।
संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष के वर्तमान कार्यकारी निदेशक नतालिया कनेम ने सादिक के बारे में कहा "पसंद के गौरवान्वित चैंपियन और महिलाओं के स्वास्थ्य, अधिकारों और सशक्तिकरण के लिए अथक अधिवक्ता थीं सादिक।"