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'अवतरण' शब्द का अर्थ है किसी देव या भगवान का अवतार होना। इस साल 08 सितम्बर 2022 संत रामपाल जी महाराज का अवतरण दिवस 2022 को मनाया जा रहा है। आज हम जानेंगे कि आखिर इस अवतरण दिवस में ऐसा क्या है खास और साथ ही जानेंगे संत रामपाल जी महाराज के बारें में रोचक तथ्य-
Avtaran Diwas 2022: क्यों मनाया जा रहा है अवतरण दिवस?
जिस दिन इस पृथ्वी पर पूर्ण परमात्मा या उनके संदेशवाहक आते हैं उस दिन उनका अवतरण दिवस मनाया जाता है। 8 सितम्बर 2022 को जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज पूर्ण परमात्मा के अवतार का 72वां अवतरण दिवस मनाया जा रहा है। इस उपलक्ष्य में संत रामपाल जी महाराज के 9 आश्रमों में निःशुल्क भंडारा, दहेज मुक्त विवाह (रमैनी), निःशुल्क नामदीक्षा, सत्संग का आयोजन, सत ग्रन्थ साहिब का पाठ व सामाजिक सुधार के कार्य होंगे।
8 सितम्बर 2022 अवतरण दिवस क्यों है इतना ख़ास?
8 सितम्बर 2022 जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज के अवतरण दिवस के मौके पर 6 से 8 सितम्बर तक होने वाले प्रोग्राम को विश्वप्रसिद्व संत रामपाल जी व सतलोक आश्रम के समस्त साध सांगत द्वारा आयोजित किया जा रहा है। इस आयोजन में हो रहे सभी प्रोग्राम इस अवतरण दिवस को खास बनाने वाले हैं। 3 दिवसीय सत ग्रन्थ साहिब का अखंड पाठ में- निःशुल्क भंडारा, रक्तदान शिविर, दहेजमुक्त विवाह (रमैनी), सत्संग का आयोजन, आदि कराया जाना तय है। इस अवतरण दिवस का उपलक्ष्य सवच्छ और नशामुक्त समाज का निर्माण करना है।
कौन है संत रामपाल जी महाराज?
जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज एक कबीरपंथी संत है अथार्त वह कबीर साहेब जी की भक्ति करवाते हैं और सभी धर्म के पवित्र शास्त्रों से प्रमाणित करके ज्ञान बताते हैं। संत रामपाल जी महाराज का जन्म पवित्र भूमि भारतवर्ष के छोटे से गाँव सोनीपत जिला धनाना में 8 सितम्बर 1951 को हुआ था। संत रामपाल जी के पिता जी का नाम नन्दलाल राम और माताजी का नाम इन्द्रो देवी है।
अवतरण दिवस किस किस जगह पर आयोजित किया जा रहा है?
संत रामपाल जी महाराज के द्वारा बनाया गया संगठन सतलोक आश्रम के द्वारा 9 सतलोक आश्रमों में अवतरण दिवस का आयोजन किया जा रहा है। इस उपलक्ष्य में संत रामपाल जी महाराज के 9 आश्रमों में निःशुल्क भंडारा, दहेज मुक्त विवाह (रमैनी), निःशुल्क नामदीक्षा, सत्संग का आयोजन, सत ग्रन्थ साहिब का पाठ व सामाजिक सुधार के कार्य होंगे। जिसमे सतलोक आश्रम दिल्ली, हरियाणा, रोहतक, पंजाब, कुरुक्षेत्र, मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश और राजस्थान शामिल हैं।