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शोध: धूम्रपान छोड़ना महिलाओं के लिए ज्‍यादा कठिन क्यों है?

अध्ययनों से पता चलता है कि महिलाओं में पुरुषों की तुलना में निकोटीन की लत लगने की आशंका अधिक होती है और धूम्रपान छोड़ने में उन्हें कम सफलता मिलती है। हाल ही में यूनिवर्सिटी ऑफ केंटकी द्वारा किया गया एक अध्ययन इस बात पर प्रकाश डालता है

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Vaishali Garg
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Why Quitting Smoking Might Be Harder for Women? अध्ययनों से पता चलता है कि महिलाओं में पुरुषों की तुलना में निकोटीन की लत लगने की आशंका अधिक होती है और धूम्रपान छोड़ने में उन्हें कम सफलता मिलती है। हाल ही में यूनिवर्सिटी ऑफ केंटकी द्वारा किया गया एक अध्ययन इस बात पर प्रकाश डालता है कि महिलाओं के लिए धूम्रपान छोड़ना पुरुषों की तुलना में अधिक कठिन क्यों हो सकता है। 

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धूम्रपान छोड़ना महिलाओं के लिए ज्‍यादा कठिन क्यों है?

शोध क्या कहता है?

यह शोध महिला सेक्स हार्मोन, एस्ट्रोजन को निकोटीन की लत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए दर्शाता है। अध्ययन में पाया गया कि महिलाएं पुरुषों की तुलना में तेजी से निकोटीन पर आश्रित हो जाती हैं और धूम्रपान छोड़ने में उन्हें अधिक कठिनाई का सामना करना पड़ता है। डॉ. सैली पॉस के नेतृत्व में शोधकर्ताओं ने इस असमानता की जांच की और मस्तिष्क के इनाम देने की प्रणाली में शामिल प्रोटीन, ओल्फैक्टोमेडिन से संभावित संबंध पाया।

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दिलचस्प बात यह है कि निकोटिन ओल्फैक्टोमेडिन के उत्पादन को दबा देता है। चूंकि एस्ट्रोजन ओल्फैक्टोमेडिन की अभिव्यक्ति को बढ़ाता है, इसलिए इन तीन तत्वों के बीच का यह संबंध बता सकता है कि महिलाएं निकोटीन की लत से अधिक जूझती क्यों हैं।

महिलाओं के लिए धूम्रपान निवारण का भविष्य

अमेरिकन सोसाइटी ऑफ बायोकैमिस्ट्री एंड मॉलिक्यूलर बायोलॉजी के जर्नल में प्रकाशित ये निष्कर्ष विशेष रूप से महिलाओं के लिए तैयार किए गए धूम्रपान निवारण उपचारों को विकसित करने की दिशा में आशा प्रदान करते हैं। शोधकर्ताओं को उम्मीद है कि यह प्रगति महिलाओं को धूम्रपान की लत को दूर करने में सशक्त बनाएगी।

अध्ययन के प्रमुख लेखक डॉ सैली पॉस कहती हैं, "अध्ययन बताते हैं कि महिलाओं में पुरुषों की तुलना में निकोटीन की लत विकसित होने की संभावना अधिक होती है और धूम्रपान छोड़ने में उन्हें कम सफलता मिलती है। हमारा शोध यह समझने का प्रयास करता है कि महिलाओं को निकोटीन उपयोग विकार के प्रति अधिक संवेदन क्यों बनाता है ताकि निकोटीन की लत के इलाज में लैंगिक असमानता को कम किया जा सके।" 

ये निष्कर्ष धूम्रपान जैसी लत से जूझ रही महिलाओं के जीवन और स्वास्थ्य को बेहतर बनाने की क्षमता रखते हैं। यदि शोधकर्ता यह पुष्टि कर सकते हैं कि एस्ट्रोजन ओल्फैक्टोमेडिन के माध्यम से निकोटीन की लालसा और खपत को बढ़ाता है, तो ऐसी दवाएं बनाई जा सकती हैं जो इस प्रभाव को अवरुद्ध कर दें। उम्मीद है कि ये दवाएं महिलाओं के लिए निकोटीन छोड़ना आसान बना देंगी।  

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