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केरल की महिला फरवरी 2010 में लापता हो गई थी । क्या था पूरा मामला ? महिला छुपकर रहती थी
सजिता के घर नहीं लौटने पर उसके परिवार ने थाने में शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन वह नहीं मिली थी । धीरे-धीरे, उसके परिवार ने उसे फिर से पाने की सारी उम्मीदें छोड़ दीं और सोचा कि वह मर गई होगी।
वह अपने माता-पिता के रहने के स्थान से महज 500 मीटर की दूरी पर मिली थी। साथ ही, उसके प्रेमी के माता-पिता ने आरोप लगाया कि वे अपने ही घर में उसकी उपस्थिति से पूरी तरह अनजान थे।
नेनमारा पुलिस स्टेशन हाउस ऑफिसर दीपा कुमार ए ने कहा, “उनके अफेयर के बारे में किसी को नहीं पता था। किसी भी पलायन में, दोनों व्यक्ति लापता हो जाते हैं। ”
अगर रहमान तीन महीने पहले लापता नहीं हुआ होता तो महिला का कभी पता नहीं चलता। उसके परिवार ने तब गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई और फिर मंगलवार को रहमान के बड़े भाई बशीर ने उसे संयोग से देखा। उसने देखा कि दंपति दूसरे गांव में किराए पर रह रहा है।
बशीर ने तब खुलासा किया कि उसका भाई जो एक चित्रकार के रूप में काम करता है, के पास खुद के लिए एक अलग कमरा है, और वह कभी किसी को अंदर नहीं जाने देता।
इसके बाद पुलिस ने दंपति को अदालत में पेश किया, जिसने बदले में उन्हें साथ रहने की अनुमति दी। इसके बाद सजिता ने कहा कि वह रहमान के साथ रहना चाहती है।
पुलिस अधिकारी दीपा कुमार ने कहा, "उनकी कहानी असामान्य लगती है, लेकिन हम जोड़े को रहमान के घर ले गए और उन्होंने हमें बताया कि कैसे सजिता इतने सालों तक एक ही कमरे में गुपचुप तरीके से रही।" इसके बाद उन्होंने कहा कि दंपति अपने रिश्ते को गुप्त रखना चाहते थे, क्योंकि वे अलग-अलग धर्मों से ताल्लुक रखते हैं।