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हर साल 28 फरवरी को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाया जाता है, जो सर सी.वी. रमन द्वारा ‘रमन प्रभाव’ की खोज की याद में समर्पित है। इस साल का विषय "विकसित भारत के लिए विज्ञान और नवाचार में भारतीय युवाओं को सशक्त बनाना" रखा गया है। यह थीम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के "विकसित भारत" विजन को दर्शाती है और भारतीय युवाओं की विज्ञान और इनोवेशन में भागीदारी को प्रोत्साहित करती है।
Greetings on National Science Day to those passionate about science, particularly our young innovators. Let’s keep popularising science and innovation and leveraging science to build a Viksit Bharat.
— Narendra Modi (@narendramodi) February 28, 2025
During this month’s #MannKiBaat, had talked about ‘One Day as a… pic.twitter.com/iXIYwSmdDr
National Science Day 2025
राष्ट्रीय विज्ञान दिवस 2025 का उद्देश्य
इस दिन का मुख्य उद्देश्य समाज में विज्ञान के प्रति जागरूकता बढ़ाना और युवाओं को साइंस और टेक्नोलॉजी में करियर बनाने के लिए प्रेरित करना है। विभिन्न वैज्ञानिक संस्थान और विश्वविद्यालय इस दिन अपने लैब्स को छात्रों के लिए खोलते हैं, जिससे उन्हें रिसर्च और इनोवेशन के फील्ड में आगे बढ़ने का मौका मिल सके।
इस साल का आयोजन और प्रमुख अतिथि
राष्ट्रीय विज्ञान दिवस 2025 का आयोजन विज्ञान भवन, नई दिल्ली में होगा। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. जितेंद्र सिंह, केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) होंगे।
इस कार्यक्रम में विज्ञान और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में काम करने वाले कई विशेषज्ञ शामिल होंगे, जिनमें शामिल हैं:
- शशि एस. वेंपति : AI4India के सह-संस्थापक और पूर्व CEO, प्रसार भारती
- प्रो. संजय बेहारी : निदेशक, श्री चित्रा तिरुनल इंस्टीट्यूट फॉर मेडिकल साइंसेज एंड टेक्नोलॉजी, केरल
महिलाओं की भागीदारी: विज्ञान में नई संभावनाएं
भारत में विज्ञान और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी लगातार बढ़ रही है, लेकिन इसे और अधिक प्रोत्साहित करने की जरूरत है। लैंगिक समानता को बढ़ावा देने और महिलाओं को वैज्ञानिक अनुसंधान में आगे लाने के लिए STEM (Science, Technology, Engineering, Mathematics) क्षेत्रों में उनके लिए ज्यादा अवसर उपलब्ध कराने की जरूरत है।
महिला वैज्ञानिकों के लिए रिसर्च, इनोवेशन और टेक्नोलॉजी में नेतृत्व की भूमिका को मजबूत करना देश के समग्र विकास के लिए जरूरी है। भारत में कई महिला वैज्ञानिकों ने अपनी काबिलियत से साइंस को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है, और उनके योगदान को और अधिक पहचान दिलाने की आवश्यकता है।
राष्ट्रीय विज्ञान और टेक्नोलॉजी संचार परिषद (NCSTC) की भूमिका
NCSTC (National Council for Science and Technology Communication), जो विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (DST) के अंतर्गत आता है, इस दिन को मनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसका मकसद देशभर में साइंस कम्युनिकेशन को बढ़ावा देना और वैज्ञानिक सोच को विकसित करना है।
NCSTC इस मौके पर कई तरह के कार्यक्रम आयोजित करता है, जिसमें वैज्ञानिक व्याख्यान, वर्कशॉप और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताएं शामिल होती हैं। इन आयोजनों से छात्रों को विज्ञान और टेक्नोलॉजी के नए आयामों को समझने का मौका मिलता है।
युवाओं और महिलाओं के लिए विज्ञान में नए अवसर
राष्ट्रीय विज्ञान दिवस 2025 विज्ञान और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में भारतीय युवाओं और खासतौर पर महिलाओं को सशक्त बनाने का एक शानदार अवसर है। यह न केवल विज्ञान और इनोवेशन के प्रति जागरूकता बढ़ाएगा बल्कि नई पीढ़ी को इस क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेगा।
इस पहल का उद्देश्य भारतीय युवाओं को विज्ञान और टेक्नोलॉजी में ग्लोबल लीडर बनाने के लिए तैयार करना है, ताकि भारत वैज्ञानिक उपलब्धियों के मामले में दुनिया में एक मजबूत पहचान बना सके।