MP News: शराब के ठेके को लेकर एक खबर फिर सामने आ रही है। शराब के ठेके को लेकर महिलाओं ने विरोध प्रदर्शन किया है। महिलाओं ने विरोध के नाम पर ठेके के आगे तख्तियों के जरिेए अपना प्रदर्शन दिखाया है।
मालूम हो शराब के ठेके को लेकर आए-दिन प्रदर्शन होते रहते हैं। खासतौर से महिलाओं की भागीदारी इसमें अधिक होती है। ऐसा इसलिए कि सबसे ज्यादा शराब के ठेके का बुरा असर महिलाओं पर ही पड़ता है। सभी प्रदर्शनों में सीधा-सीधा एक ही बात सामने आई है कि महिलाओं का कहना है कि पुरुष रात में शराब के नशे में घर पर आते हैं जिससे उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसा इसलिए कि परिवार में अन्य बच्चे भी होते हैं जिनके बिगड़ने का डर होता है। बच्चे बिगड़ भी जाते हैं।
क्या है मामला
घटना मध्य प्रदेश की राजगढ़ की है। यहां जिला मुख्यालय के पास स्थित पुराने बस स्टैंड के पास एक शराब का ठेका खुला है जिसको लेकर महिलाएं और पुरुषों, दोनों की ओर से लगातार विरोध जारी है। ठेके के पास एक स्कूल भी है। ऐसे में विरोधकर्ताओं का एक कारण स्कूल का होना भी है। वहीं जब विरोध के बाद भी ठेके की दुकान पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं हुई तो महिलाओं ने तख्तियों सहित ठेके के सामने प्रदर्शन शुरु कर दिया। इसी बीच महिलाओं ने ठेके की दुकान के बोर्ड को भी क्षतिग्रस्त कर दिया।
क्या मांग है महिलाओं की
महिलाओं की मांग है कि शराब के ठेके को वहां से हटा दिया जाए। महिलाओं ने इसके लिए न सिर्फ विरोध प्रदर्शन किया बल्कि ठेके के संचालक को भी चेतावनी देते हुए कहा कि अगर शराब का ठेका वहां न खोला जाए अन्यथा तीखा विरोध प्रदर्शन होगा।
ठेका होने के कारण कई परिवारों के पुरुष शाम के समय यहां शराब पीकर घर पहुंचते हैं। जिसके कारण घरों का माहौल खराब हो रहा है। बच्चे बिगड़ रहे हैं। सरकार को बच्चों व महिलाओं की चिंता करते हुए यहां रहवासी क्षेत्र से शराब ठेका हटाना चाहिए। यदि ठेका नहीं हटाया तो कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर प्रदर्शन करेंगे। —महिलाओं की शिकायत
बता दें शराब के ठेके से समाज को कई तरह से नुकसान पहुंचता है। सबसे ज्यादा महिलाएं और बच्चों पर इसका दुष्प्रभाव पड़ता है।