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Women Wrestlers: अब सुप्रीम कोर्ट करेगा सुनवाई, भेजा पुलिस को नोटिस

सुरक्षा | न्यूज़: पहलवानों की ओर एक लंबे समय से डब्ल्यू.एफ.आई. (भारतीय कुश्ती महासंघ) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के ऊपर यौन शोषण के आरोप लगाए जा रहे हैं। इसमें विश्वप्रसिद्ध ख्याति प्राप्त महिला पहलवान भी हैं। इतना ही नहीं POCSO के तहत भी आरोप लगाए हैं।

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Prabha Joshi
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महिला पहलवान

पहलवानों ने सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचाया मामला

Women Wrestlers: महिला पहलवानों से जुड़ी बड़ी खबर सामने आ रही है। महिला पहलवानों ने पुलिस-प्रशासन की ओर से न की गई किसी भी तरह की कार्रवाई के चलते सुप्रीम कोर्ट तक मामले को पहुंचाया है। अब सुप्रीम कोर्ट जल्द ही इस मामले में सुनवाई करेगा। 

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मालूम हो पहलवानों की ओर एक लंबे समय से डब्ल्यू.एफ.आई. (भारतीय कुश्ती महासंघ) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के ऊपर यौन शोषण के आरोप लगाए जा रहे हैं। इसमें विश्वप्रसिद्ध ख्याति प्राप्त महिला पहलवान भी हैं। इतना ही नहीं डब्ल्यू.एफ.आई. प्रमुख पर यौन अपराधों से बच्चों की रोकथाम (POCSO) के तहत भी आरोप लगाए हैं। इसके लिए पहलवानों की टीम ने पुलिस से एफ.आई.आर. दर्ज करने की अपील भी की। 

सुप्रीम कोर्ट करेगा सुनवाई

पुलिस के पास एफ.आई.आर. दर्ज करने की अपील के बाद भी अभी तक एफ.आई.आर. दर्ज न होने पर मामले को सुप्रीम कोर्ट पहुंचाया गया। सुप्रीम कोर्ट ने मामले को देखते हुए पुलिस को नोटिस जारी कर शुक्रवार तक जवाब मांगा है। सुप्रीम कोर्ट इस मामले पर शुक्रवार को सुनवाई करेगा। 

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क्या कहना है पहलवानों का

दरअसल इस साल जनवरी से ही इस ओर पहलवानों ने कड़े कदम उठाने शुरु कर दिए। पहलवानों ने धरना प्रदर्शन कर महासंघ को भंग करने की मांग की। इस पर एम.एस. मेरीकॉम की अध्यक्षता में छह सदस्यीय निगरानी समिति ने अपनी रिपोर्ट भी पेश की। ये रिपोर्ट अप्रैल के पहले सप्ताह में ही जारी कर दी गई थी लेकिन सरकार ने इसे सार्वजनिक नहीं किया। इस पर पहलवानों का विरोध और बढ़ गया। वहीं डब्ल्यू.एफ.आई. (भारतीय कुश्ती महासंघ) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह ने अपने ऊपर आए सभी आरोपों को खारिज किया है। 

(सरकारी) समिति को अपनी रिपोर्ट पेश करने में कितना समय लगने वाला है। पहले ही तीन महीने हो चुके हैं और हम अब भी उनकी बात सुनने का इंतजार कर रहे हैं। क्या रिपोर्ट तब आएगी जब शिकायत दर्ज कराने वाली लड़कियों की मौत हो जाएगी? —विनेश फोगाट, पदक विजेता

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बता दें इसके लिए महिला पहलवान जंतर-मंतर पर धरने में हैं। वहीं कुछ सूत्रों का कहना है कि पहलवान आरोपों के साक्ष्य पेश नहीं कर पाए हैं। 

हम जंतर-मंतर से नहीं हटेंगे, यह लड़ाई नहीं रुकेगी। लड़कियां (महिला पहलवान) समिति के सामने पेश हुई हैं, लेकिन रिपोर्ट नहीं आई है। महासंघ पहले की तरह चल रहा है, वह अपने राष्ट्रीय टूर्नामेंटों का आयोजन कर रहा है तो क्या बदल गया है? —साक्षी मलिक, पदक विजेता

अब सुप्रीम कोर्ट में मामला पहुंचने से स्थिति में थोड़ा बदलाव आया है। जल्द ही पुलिस को इस मामले को लेकर नोटिस जारी किया गया है। आगे सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करेगा। 

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