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समाचार एजेंसी एएनआई को उर्मिला मातोंडकर ने कहा है, "मेरी राजनीतिक और सामाजिक संवेदनाओं ने पार्टी में किसी भी स्वार्थी काम को मुंबई कांग्रेस में करने से इंकार कर दिया है।
उर्मिला मातोंडकर ने मार्च में यह कहते हुए कांग्रेस ज्वाइन कर ली थी कि वह यहां रहेंगी और चुनाव के बाद नहीं निकलेंगी।
उर्मिला ने तत्कालीन कांग्रेस प्रमुख राहुल गांधी के स्वागत के बाद कहा था, "मैं यहां इसलिए हूं क्योंकि मैं कांग्रेस की विचारधारा में विश्वास करती हूं और पार्टी किस मकसद से खड़ी हुई है। मैंने पार्टी सिर्फ इलेक्शन के लिए ज्वाइन नहीं की है।"
उर्मिला मातोंडकर ने मुंबई उत्तर सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप में लोकसभा चुनाव में असफलता हासिल की थी।
उर्मिला मातोंडकर ने हाल ही में लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ज्वाइन की थी और अब उन्होंने मंगलवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया । कांग्रेस ने उत्तरी मुंबई सीट से लोकसभा चुनाव में उर्मिला को उम्मीदवार चुना था। फिर भी उन्हें चुनावों में हार का सामना करना पड़ा था। उर्मिला मातोंडकर के द्वारा एक प्रेस नोट जारी किया गया है
'मैंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है।मैंने पार्टी से पहली बार इस्तीफे के बारे में तब सोचा जब मेरे कई प्रयासों के बाद 16 मई को दिए गए पत्रों पर तात्कालीन मुंबई कांग्रेस के अध्यक्ष मिलिंद देवड़ा द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसके बाद, मेरे काफी ऑफिसियल लेटर्स को आसानी से मीडिया में लीक कर दिया गया, जो कांग्रेस पार्टी द्वता मेरे साथ किया गया एक बड़ा विश्वासघात का कार्य था।''
जिसमें उन्होंने लिखा है, ''मैंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है।मैंने पार्टी से पहली बार इस्तीफे के बारे में तब सोचा जब मेरे कई प्रयासों के बाद 16 मई को दिए गए पत्रों पर तात्कालीन मुंबई कांग्रेस के अध्यक्ष मिलिंद देवड़ा द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसके बाद, मेरे काफी ऑफिसियल लेटर्स को आसानी से मीडिया में लीक कर दिया गया, जो कांग्रेस पार्टी द्वता मेरे साथ किया गया एक बड़ा विश्वासघात का कार्य था।''