जैपुर की कुच्छ महिला उद्ययमियों ने सोशियल मीडीया पर अपना ब्रांड बनाने और प्रभावक बनने के विषय पर चर्चा की| उद्ययमी, डिज़ाइनर, स्टार्टॅप स्वामिनी, और कई सोशियल मीडीया उत्साहियों के बीच हुई इस चर्चा का उद्देश्य था यह जान पाना कि कैसे यह महिलायें इंटरनेट, खास तौर पे फ़ेसबुक को अपना बिज़्नेस बढ़ने के उपयोग में ला सकती हैं|
शिथेपीपल टीवी और फ़ेसबुक द्वारा आयोजित इस इवेंट के द्वारा महिला उद्ययमियों के साथ जुड़कर इंटरनेट से सम्बंधित उनकी कई चिंताओं को हल करने का प्रयास किया|

पुराने और नये समय के संगम को दर्शाता इस इवेंट का स्थल, दिग्गी पॅलेस होटेल ऐसी चर्चा के लिए आदर्श था| यहाँ की नीले वृत्त-खंड, जो मानो जैसे किसी कुम्हार ने अपने हाथों से बनाए हो, इस चर्चा के विषय- सोशियल मीडीया को और उभार कर सामने लाए| इस शहर में हमारे पार्ट्नर्स, दिग्गी पॅलेस और जैपुर वमेन्स ब्लॉग की सहायता से यह चर्चा एक सफल प्रसंग बनी|
फ़ेसबुक के साउत एशिया और भारत के एकनामिक ग्रोत इनिशियेटिव्स के मुख्या रितेश मेहता का कहना है, "हम लोग देश के कई मेट्रो तथा टीयर 1 शहरों में ऐसे कई सशक्तिकरण कार्यक्रम करवाए हैं जहाँ हमने अनेक उद्ययमियों को इंटरनेट के मध्यम से अपना व्यसवसाय बढ़ाने के तरीके और अवसर समझने में सहायता की है| जैपुर में 'बूस्ट युवर बिज़्नेस' जैसा उच्च उर्जा कार्यक्रम छोटे शहरों में जाकर नव-उद्ययमियों के साथ जुड़ने की पहली कोशिश है|"
भारत की माहियाओं की उपलब्धियों को समाज मीं अंकित करने वाली सबसे बड़ी कंपनी, शिथेपीपल टीवी इस पहल को संचालित कर रही है, और अब ये भारत के 10 और शहरों में इसे ले जाएँगे| शिथेपीपल की संस्थापक शैली चॉप्रा का कहना है, " हमारा उद्देश्य महिला उद्ययमियों के नेटवर्क को बढ़ावा देना है, और उन्हे एक असली अवसर देना कि वे अपने व्यवसाय की क्षमता को समझ सके और इंटरनेट के ज़रिए अपनी कहानी शोकेस कर सके|"
आराध्या क्रियेशन्स की रश्मि कहती हैं, "मैं घर से काम करती हूँ जिसके कारण मेरा एक सीमित दर्शकगण है|" वे सेवाओं और तॉहफ़ों के नीज़िकरण के क्षेत्र में काम करती हैं, और अब देश भर में फ्रॅंचिज़ खोलने के मार्ग पर हैं| वे कहती हैं, "सोशियल मीडीया के माध्यम से मैं अपने व्यवसाय को जैपुर से बाहर पूरे देश में फैला पाई| हम अपने सहभागियों के साथ इंटरनेट के द्वारा आभासी प्रशिक्षण कार्यक्रम भी करते हैं|"
