भारत की सबसे भिन्न खिलाडीयों में से एक, सिल्वर मेडलिस्ट परल्य्म्पियन दीपा मालिक, कर रही है नए खिलाडियों की मदद. प्रथम महिला परल्य्म्पियन, दीपा मालिक न ही सिर्फ खुद भारतीय स्पोर्ट्स का एक एहम भाग्य बनी हुई है , बल्कि वह पुरे मनोबल के साथ बाकि परा-खिलाडियों की भी मदद कर रही है. यूँ तो मलिक के अन्दर अनगिनत खूबियाँ है जिसके बारे में पूरी तरह से लोग वाकिफ नहीं अबी, पर नए खिलाडियों की ज़रुरतो के लिए खड़ा होना उनकी कई साडी खूबियों से एक दम अलग है.
एक स्पोर्ट्स-प्रेमी के लिए इससे बेहतर शायद और कुछ नहीं जब वो अपने स्किल और एक्सपीरियंस द्वारा नए खिलाडियों की मदद करे.
जुनून भरा दिल और अंतरात्मा में ‘स्पोर्ट्स कैन empower वीमेन” स्लोगन लिए, दीपा अपने ही तरह बाकि खिलाडियों को भी परल्य्म्पिकस तैयार कर रही है. जिनमे से एक उभरता हुआ सितारा है श्वेता शर्मा. चंद दिनों की ट्रेनिंग और गाइडेंस में ही श्वेता ने कमाल की पारी खेल ६ महीनो के भी नेशनल पदक जीते. दीपा श्वेता में एक बहुत ही मंझे हुए खिलाडी को देखती है. दीपा श्वेता पे पूरण रूप से विश्वास करती है की आने वाले कुछ सालो में श्वेता एक बेहतरीन चैलेंजर के रूप में स्पोर्ट्स के मंच पर दिखेंगी.
दीपा मालिक कर रही है नए भारतीय परल्य्म्पिंस का प्रोत्साहन!
श्वेता शर्मा एक पोलियो-सअर्विवर है और अपनी मंथली आय से पूरा घर चलाती है. पैसो की कमी के पश्च्याताप श्वेता अपनी ट्रेनिनिंग पूरी नहीं कर पाई. पर अब, दीपा मालिक द्वारा सपोर्ट और हेल्प के तबाद वह पूरी तरह से सफल रही है अब तक खेल में. आने वाले एशियाई और कामनवेल्थ गेम्स में श्वेता बाकि खिलाडियों को पीछे छोड़ देंगी, दीपा मालिक.