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महिलाओं को कहा जाता है कि वे स्त्री हैं और उन्हें स्त्रीत्व का मतलब पता होना चाहिए जो की है कि वे पुरुषों की तुलना में नाजुक हैं। मुझे नहीं लगता कि यह उचित है कि महिला को कठिनाई से गुजरना चाहिए, रात में काम करना चाहिए, ”सालदान ने शुक्रवार को राज्य विधान सभा परिसर के बाहर संवाददाताओं से कहा।
शुक्रवार को राज्य विधानसभा परिसर के बाहर संवाददाताओं से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि उनका दृढ़ता से यह मानना है कि महिलाओं को घर पर ही रहना चाहिए, ख़ास तौर पर रात में। उन पर बहुत सारी जिम्मेदारियां होती हैं जिन्हे उन्हें निभाने के लिए घर पर ही रहना चाहिए। घर में बच्चे होते हैं। सुबह उनको स्कूल जाना होता है, उन्हें तैयार करने के लिए मां को घर पर होना ही चाहिए।
महिलाओं को कहा जाता है कि वे स्त्री हैं और उन्हें स्त्रीत्व का मतलब पता होना चाहिए जो की है कि वे पुरुषों की तुलना में नाजुक हैं। मुझे नहीं लगता कि यह उचित है कि महिला को कठिनाई से गुजरना चाहिए, रात में काम करना चाहिए, ”सालदान ने शुक्रवार को राज्य विधान सभा परिसर के बाहर संवाददाताओं से कहा।
पूर्व कैबिनेट मंत्री सल्दान्हा ने यह भी कहा कि महिलाएं घर में ही अच्छी लगती हैं, खासकर रात के समय, नहीं तो उनके बच्चों को कठिनाई का सामना करना पड़ सकता है।
उनका यह बयान पूर्व मुख्यमंत्री चर्चिल अलमाओ की विधानसभा में की गई उस टिप्पणी के बाद आया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि गोवा की महिलाएं नाजुक होती हैं, इसलिए उन्हें रात को काम नहीं करना चाहिए।