साल २०१६ में पूरी दुनिया नारीशक्ति का गुणगान कर रही थी I एक तरफ भारतीय महिलाएँ मंदिरों में प्रवेश की मांग करती दिखाई दी तो दूसरी ओर पोलैंड में महिलाएं गर्भपात कानून के खिलाफ नारेबाजी करती नज़र आयी I २०१६ के ओलंपिक में भी महिलाओं ने यह साबित कर दिया की वह किसी से कम नहीं है I
२०१६ में काफ़ी महिलाएँ अहिंसा के विषय पर चर्चा करती हुई भी दिखाई दी और यह जानकर और भी प्रसन्नता हुई की समाज ने इन मुद्दों पर उनका साथ दिया I
महिलाओं के शक्तिकरण के लिए समाज ने २०१६ में जो कदम आगे बढ़ाया है उसमें सरकार और गैर सरकारी संगठन भी उनका साथ निभाते नज़र आए I उन्होंने न केवल महिलाओं की असली क्षमता को पहचाना बल्कि उनकी सराहना करते हुए उनको और आगे बढ़ने के अवसर भी दिएI आइये २०१६ के ऐसी ही कुछ महत्वपूण क्षणों पर गौर करे जो महिलाओं को सर्वश्रेष्ठ सिद्ध करते हैं-:
फिल्मों में सशक्त महिला पात्र
२०१६ में आई दंगल ने महिलाओं को अपने सपने पूरे करने के लिए प्रेरित किया I दंगल के अलावा, ऐसी अनेक फिल्में थी जो महिलाशक्ति पर निर्धारित थी I नीरजा, ऐ दिल है मुश्किल, अकीरा, पिंक, कहानी २ और डिअर ज़िन्दगी जैसी फिल्मों ने पूरे साल नारीशक्ति का बोलबाला कियाI नीरजा जैसी फिल्म बनाकर बॉलीवुड ने यह सिद्ध कर दिया की वह उस होस्टेस को सलाम करता है जिसने एक अपहृत विमान पर अपनी जान को जोखिम में डालकर यात्रियों की जान बचाई थी I नवंबर में आई डिअर ज़िन्दगी ने आलिया भट्ट ने एक बहुत खूबसूरत किरदार के द्वारा लोगों को मानसिक समस्याओं के विषय में जागरूक किया I
रियो ओलंपिक्स में भारतीय महिलाओं का प्रशंसनीय प्रदर्शन
२०१६ में भारतीय महिलाओं ने ओलंपिक्स में भी काफ़ी उपलब्धियाँ हासिल करींI एक ओर पी. वी. सिंधु बैडमिंटन में पहला ओलिंपिक पदक लायी तो दूसरी ओर साक्षी मलिक महिला कुश्ती कांस्य पदक जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बनीI दीपा कर्माकर पदक तो नहीं जीत पायी परंतु उनकी प्रोदुनुवा ने भारत वासियों का दिल जीत लियाI अदिति अशोक ने भी गोल्फ में भारत का फाइनल में प्रतिनिधित्व किया I
भारतीय महिला क्रिकेटरों बढ़ावा दिया गया
२०१६ में पहली बार बी.सी.सी.आई ने भारतीय महिला क्रिकेट टीम को ओवेरसीस फ्रैंचाइज़ी के साथ डील्स पर हस्ताक्षर करने की अनुमति दीI हरमनप्रीत कौर सिडनी थंडर के द्वारा चुनी गयी पहली भारतीय महिला क्रिकेटर बनी I वह वीमेन बिग बैश लीग खेलती हुई नज़र आएँगीI महिला क्रिकेट टीम के लिए यह वर्ष बहुत ही शुभ रहाI
एसिड हमलों से पीड़ित महिलाओं को बढ़ावा
रेशमा कुरेशी ने पूरी दुनिया को यह सीख दिया कि एसिड हमलों से पीड़ित महिलाएँ अपने तर्क रखने और एक आम जीवन जीने की हिम्मत रखती हैंI उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा कि चेहरा सब कुछ नहीं होता और यदि किसी का मन स्वच्छ हो तो वह आसानी से एक अच्छी ज़िन्दगी बिता सकते हैंI उन्होंने न्यू यॉर्क फैशन शो में रैंप वाक करके इतिहास रचाI उनके इस आत्मविश्वास और उत्साह से हज़ारों लोगों को जीवन में कभी हार न मानने की प्रेरणा मिली I
हाल ही में, मेक लव नॉट स्कार्स फाउंडेशन ने अपना पहले नौकरी पोर्टल स्किल्स नॉट स्कार्स शुरू किया है ताकि उन जैसी महिलाओं को इस समाज में उनकी जगह मिल सके
लिंग तटस्थ एमोजिस की शुरुआत
आजकल हम किसी भी विषय में वर्चुअल कम्युनिकेशन करते हुए एमोजिस का इस्तमाल ज़रूर करते हैंI आश्चर्य की बात यह है कि महिलाओं के लिए बने एमोजिस केवल नाच-गाने या बाल काटने तक ही सीमित थे I पूरी दुनिए से इस भेद भाव के खिलाफ आवाज़ उठाने के बाद यूनिकोड कंसोर्टियम ने यह तय किया की वह ११ और व्यवसायों में महिलाओं के लिए एमोजिस बनाएगी जैसे डॉक्टर, सिंगर, टीचर और कुक जैसे एमोजिस I
पैगी व्हिटसन सबसे बड़ी आयु की महिला के रूप में अंतरिक्ष के लिए रवाना हुई
अंतरिक्ष यात्री पैगी व्हिटसन पहले ही दो बार अंतरिक्ष स्टेशन के लिए जा चुकी हैं और वह इस नवंबर वह अपनी तीसरी अंतरिक्ष सैर करेंगी. पैगी दो अन्य युवा अंतरिक्ष यात्री- रूसी अंतरिक्ष यात्री, ४५ वर्षीय ओलेग नोवितस्कीय और फ़्रांसीसी नवागंतुक, ३८ वर्षीया थॉमस पेस्क़ुएत के साथ रूस के कज़ाख़स्तान से अपनी सैर शुरू करेंगी I व्हिटसन ने बारबरा मॉर्गन का ५५ साल की आयु में अंतरिक्ष में जाने वाला रिकॉर्ड तोड़ दिया है I
कानून लिंग आधारित हिंसा को संबोधित करने के लिए संशोधन
प्रत्येक वर्ष यूनाइटेड नेशन्स "ऑरेंज द वर्ल्ड-एन्ड वायलेंस अगेंस्ट वीमेन एंड गर्ल्स" नाम ने प्रोग्राम का आयोजन करता है जिसके द्वारा वह दुनिया में महिलाओं के हित में कुछ बदलाव ला पाएI २०१६ में , अल्जीरिया ने यौन उत्पीड़न के विषय में चर्चा करीI पाकिस्तान ने भी ऑनर किलिंग के खिलाफ अपने काननों में संशोधन कियाI चीन ने पहली बार एक ऐसा कानून बनाया जो घरेलु हिंसा पर प्रतिबन्ध लगाता हैI जर्मनी ने भी अपने देश में रेप की संख्या कम करने के लिए कानून बनायाI