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A Women Is A Enemy Of Another Women, Is It A Myth Or Truth? (image credit - Freepik)
One Women Is Enemy Of Another Women, Myth Or Truth? : एक महिला ही दूसरी महिला की दुश्मन होती है यह हमारे समाज में कहे जाने वाला बहुत ही मशहूर लाइंस है इसमें कितना सत्य है और कितना झूठ यह आज आपको बताएंगे
एक महिला ही दूसरी महिला के दुश्मन होती है यह एक मिथक है या सत्य?
यह कहावत महिलाओं के लिए बहुत मशहूर है पर कुछ लोगों के कहने से हम सभी महिलाओं को क्यों टारगेट करें, हम इस कहावत को पूरी तरह से मिथक घोषित करते हैं और आपको रीज़न बताते हैं कि क्यों यह गलत है
1. सब एक दूसरे से अलग है
पुरूषों की तरह सी महिलाएं भी पर्सनैलिटी, पसंद और व्यवहार में अलग होती है, इसलिए केवल कुछ महिलाओं की वज़ह से सभी को जज करना गलत हो सकता है और ये सभी महिलाओं पर एक प्रश्न भी बन सकता है
2. सपोर्टिंव नेचर
महिलाओं को उनके सिस्टरहुड के लिए जान जाता है, वे हमेशा एक दूसरे की मदद के लिए हमेशा आगे रहती है, अगर इसके बाद भी उन पर एसा प्रश्न लगाया जाता है तो ये उनके लिए अपमान की बात हो सकती है
3. पीर प्रेशर
अनरियलिस्टिक ब्यूटी के कारण हमेशा महिलाओं में एक दूसरे से ज्यादा अच्छा देखने की कंपटीशन लगा रहता है जो सभी के बीच में पीर प्रेशर क्रिएट करता है यह भी एक कारण हो सकता है कि उनको एक दूसरे का दुश्मन माना जाता है पर ऐसा कुछ भी नहीं है
4. समाज द्वारा बनाई गई धारणा
समाज के द्वारा पहले से ही ये मान लिया जाता है कि दो गेंडर के बीच हमेशा प्रतिस्पर्धा चल रही होगी, और यही आगे चल कर सबके बीच में ये गलत भावना को जगाता है और यह मान लिया जाता है कि एक महिला में महिला के दुश्मन होती है
5. कॉमन इंट्रेस्ट
बहुत बार महिलाओं के बीच में सैम इंट्रेस्ट और पसंद देखने को मिलते है जिस वजह से सबको कंपटीशन वाला फैक्टर लगता है पर वह फिर भी एक दूसरे का साथ हमेशा देती हैं, और बहुत बार शेयरिंग में भी बिलीव रखती हैं इसलिए महिलाओं के बारे में धरना बनाना गलत है