ऑनर किलिंग (Honour Killing)
महिलाओं के खिलाफ होने वाले ऐसे अपराध जिन्हें घर-परिवार की इज्जत बचाने के ढकोसले के सहारे अंजाम दिया जाता है। ऑनर किलिंग के नाम पर होने वाली हत्याएं भारत जैसे देश में आम बात हैं। कुछ सामने आ जाती हैं और कुछ ठंडी राख के तले बची आग सी खत्म हो जाती हैं। 'इज्जत' के नाम पर हर साल हजारों औरतों को या तो मार दिया जाता है या उन्हें घर निकाला दे दिया जाता है।
हमारे समाज को सबसे प्यारी है इज्जत
इज्ज़त भारत जैसे देश में एक पूजनीय वस्तु की तरह है। समाज में एक परिवार त कई मानदंडों पर निर्भर रहती है जैसे पाॅवर, पैसा और खासकर समाज में घर की औरतों का व्यवहार। एक औरत घर से बाहर परिवार की इज्ज़त का बोझ लेकर कदम रखती है और जबतक वह सही सलामत घर वापस ना आ जाए तब तक परिवार की इज्ज़त खतरे में रहती है।
महिला व पुरुष के लिए परिवार की इज्ज़त के मायने अलग
महिलाएं पारिवारिक सम्मान का भंडार हैं, जबकि पुरुष इसे नियंत्रित करते हैं। पुरुष इसे नियंत्रण में रखने के लिए किसी भी हद तक जाते हैं, जिसमें सबसे भयानक है- हत्या।
इस सम्मान के लिए सबसे बड़ा खतरा महिलाओं में हैं, उनके शरीर में हैं। इसलिए जब भी किन्हीं दो परिवार या समुदाय में झगड़ा हो तो औरतों के साथ दुर्व्यवहार व नीचता की सारी हद पार कर दी जाती है। यह पितृसत्तात्मक समाज महिलाओं को पुरुषों के सम्मान का प्रतीक मानता हैं और दूसरे परिवार या समुदाय की औरतों पर हमला करना पूरे परिवार या समुदाय के विनाश के बराबर माना जाता है।
किसी लड़की के साथ अभद्रता को उसकी निजी तकलीफ़ ना समझकर यह समाज उसके दादा, पिता, भाई के सम्मान की बर्बादी के नजरिए से देखता है। ना जाने कितनी पीढ़ियों से औरतें इस सम्मान का बोझ अपने साथ खदेड़ रही हैं। पुरुषों के कंधे शायद इतने कमजोर तो नहीं के वो अपना सम्मान खुद ना संभाल सके।
इस सोच को हमें साथ मिलकर बदलने की आवश्यकता है। हमें अपनी इस पीढ़ी को स्वतंत्र, सम्मानजनक व्यस्क बनाना है। उन्हें सिखाना है कि जो पुरुष महिलाओं को चोट पहुंचाते हैं, वो ऐसा करने का खुद चुनाव करते हैं और उन्हें आवश्यक रूप से दंडित किया जाना चाहिए।