If It's A No In Your Mind It Must Be A No On Your Lips: जब आपके मन में यह चल रहा हो कि आपको ना जवाब देना है तब आपको मुख से ना ही बोलना चाहिए| जब आपके मन में यह चल रहा हो कि आपको ना जवाब देना है तब आपको मुख से ना ही बोलना चाहिए. यदि आप किसी दिन ऐसी सिचुएशन में पड़ जाते हैं कि आप सामने वाले को ना बोलना चाहते हैं लेकिन यह सोचकर कि उनकी फिलिंग्स को हर्ट होगा आप ना नहीं बोलते ऐसा करके आप अपने इमोशंस और अपनी फिलिंग्स को निकल कर रहे हैं जो की बेहद ही गलत है|
क्यों इंपॉर्टेंट है कि आप ना बोले?
1. Effective Decision-Making
यदि आपके मन में चल रहा हो कि आपको ना बोलना है उसे समय आपको ना ही बोलना चाहिए| ऐसा करने से आपका मेंटल स्ट्रेस कम होता है और आप बेहतर डिसीजन ले पाते हैं| आपके ना बोलने से दूसरे व्यक्ति को हर्ट होगा और आप उसके साथ गलत व्यवहार कर रहे हैं ऐसा बिल्कुल नहीं है जब ना बोलना ही आवश्यक हो और सही हो तब आपको बिना गिल्टी फील करें ना बोलना चाहिए| ओवरथिंकिंग करके हां बोल देने से यह आपके डिसीजंस को इफेक्ट करेगा| जब आप ना बोलना चाहते हैं लेकिन आप नहीं बोलते ऐसा करने से आप खुद की फिलिंग्स को भी हर्ट करते हैं, खुद की डिजरिस्पेक्ट करते हैं और आपकी डिसीजंस पर भी नेगेटिव इफ़ेक्ट पड़ता है|
2. Setting Boundaries
कई लोग दूसरों को ना नहीं बोल पाते तब भी जब वह बोलना चाहते हो| कई बार ऐसा होता है कि दूसरे आपकी इस जनरस बिहेवियर का फायदा उठाते हैं क्योंकि उन्हें क्या होता है कि वह आपसे कुछ भी कहेंगे और आप नाम नहीं बोल पाएंगे| बेहद आवश्यक है कि जब आपके मन में जब आपका हृदय में ना चल रहा हो और जब ना बोलना जरूरी हो और सही हो तब आपको ना ही जवाब देना चाहिए| "ना" जवाब देने से आप अपनी बाउंड्रीज को स्ट्रांग रखते हैं और दूसरे उन बाउंड्रीज को क्रॉस नहीं कर पाते|
3. Stress Reduction
जब आपके मन में यह चल रहा होता है कि आपको ना बोलना है| तब आपको वास्तविकता में भी अपने मुख से ना ही बोलना चाहिए ऐसा करने से आपका मेंटल स्ट्रेस,एंजायटी और ओवरथिंकिंग कम होगी| आपको यह ज्ञात होगा कि आपने ना बोलकर किसी के साथ कुछ गलत व्यवहार नहीं किया बल्कि खुद के साथ सही व्यवहार करके सही निर्णय लिया है|
4. Healthy Relationship
कोई रिश्ता कितना मजबूत है आप में कितना प्रेम है और आप एक दूसरे की कितनी इज्जत करते हैं यह पता चलता है जब आप एक दूसरे के निर्णय को भी उतनी ही इज्जत दें| यदि आपको लगता है कि आपको किसी सिचुएशन में ना बोलना चाहिए और वह जरूरी है तब आप ना बोले यदि आपके ना बोलने के कारण आपकी इंडिविजुअल रिलेशनशिप को नेगेटिव इफ़ेक्ट पड़ता है तो यह सही बात नहीं है एक रिलेशनशिप में फिर वह चाहे दोस्ती हो रिलेशनशिप हो या कोई और या कोई और रिलेशनशिप आपको एक दूसरे के डिसीजन की रेस्पेक्ट करनी चाहिए और खुद की डिसीजन की भी रिस्पेक्ट करनी चाहिए. यदि कोई व्यक्ति आपको ना बोल रहा है इसका अर्थ यह नहीं है कि वह आपसे प्रेम नहीं करता यह वह आपकी कद्र नहीं करता यह वह आपके साथ गलत व्यवहार कर रहा है इसका अर्थ है कि उसे समय उसे व्यक्ति को ना बोलना आवश्यक था|
5. Clarity In Priorities
जब आप किसी ऐसी सिचुएशन में होते हैं कि आपका मन में और दिल में चल रहा हो कि आपको ना बोलना चाहिए और अपना बोलते हैं तब आप अपनी प्रायोरिटी को प्रेफरेंस देते हैं और सही निर्णय लेते हैं| अपनी प्रायोरिटी क्लियर रखें और उसके अनुसार ही निर्णय लें| आपको यह ध्यान रखना है कि आपको किसी के साथ गलत व्यवहार नहीं करना है आपको किसी की मदद करने के लिए ना नहीं करना है लेकिन हमेशा हां बोलने से लोग आपकी इस उदारता का फायदा उठा सकते हैं इस कारण जब आवश्यकता हो तो आपको ना बोल देना चाहिए|