Advertisment

लड़कियों के लिए settle होने का मतलब सिर्फ शादी है?

भारतीय समाज में अक्सर यह माना जाता है कि लड़कियों के लिए settle होने का मतलब सिर्फ शादी है। शादी के बाद लड़की का जीवन पूरी तरह से बदल जाता है। उसे अपने घर, परिवार और जिम्मेदारियों को छोड़कर नए घर और नए परिवार के लिए जाना पड़ता है।

author-image
Vaishali Garg
New Update
Work Life Balance(Freepik)

भारतीय समाज में अक्सर यह माना जाता है कि लड़कियों के लिए settle होने का मतलब सिर्फ शादी है। शादी के बाद लड़की का जीवन पूरी तरह से बदल जाता है। उसे अपने घर, परिवार और जिम्मेदारियों को छोड़कर नए घर और नए परिवार के लिए जाना पड़ता है। उसे अपने करियर, सपनों और इच्छाओं को भी पीछे छोड़ना पड़ता है।

Advertisment

क्या लड़कियों के लिए settle होने का मतलब सिर्फ शादी है?

नहीं, ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। लड़कियों के लिए settle होने का मतलब शादी के अलावा भी बहुत कुछ है। यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें लड़की अपने जीवन में खुश, संतुष्ट और सफल हो। इसमें शादी भी शामिल हो सकती है, लेकिन यह एकमात्र आवश्यक तत्व नहीं है।

लड़कियों के लिए settle होने के कई अलग-अलग तरीके हो सकते हैं 

Advertisment

एक सफल करियर बनाना: लड़कियां अपने जीवन में एक सफल करियर बना सकती हैं। इससे उन्हें आर्थिक स्वतंत्रता और आत्मनिर्भरता मिलती है।

अपने सपनों को पूरा करना: लड़कियां अपने सपनों को पूरा कर सकती हैं। चाहे वह डॉक्टर बनना हो, अंतरिक्ष यात्री बनना हो, या दुनिया को बदलना हो, लड़कियां अपने सपनों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत कर सकती हैं।

अपने परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताना: लड़कियां अपने परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताकर खुशी और संतुष्टि पा सकती हैं।

Advertisment

अपने आसपास की दुनिया में बदलाव लाना: लड़कियां अपने आसपास की दुनिया में बदलाव लाकर एक बेहतर समाज का निर्माण कर सकती हैं।

लड़कियों के लिए settle होने का मतलब सिर्फ शादी नहीं है। यह एक ऐसा विषय है जिस पर और भी बहुत कुछ कहा जा सकता है। आइए, कुछ और बिंदुओं पर गौर करें:

समाजिक मान्यताओं को चुनौती

Advertisment

सदियों से चली आ रही इस सोच को बदलने की ज़रूरत है कि लड़की की "सफलता" उसकी शादी में ही है। लड़कियों को ये समझाया जाना चाहिए कि उनकी पहचान किसी रिश्ते के आधार पर नहीं, बल्कि उनकी उपलब्धियों और खुद की काबिलियत पर बनती है।

खुद की परिभाषा खुद तय करें

हर लड़की अलग है, उसकी इच्छाएं और सपने अलग हैं। किसी और के मानदंडों के हिसाब से "settle" होने की बजाय, लड़कियों को खुद तय करना चाहिए कि उनके लिए किस चीज़ का मतलब "settle" होना है। शादी हो या न हो, वो अपने जीवन में क्या हासिल करना चाहती हैं।

Advertisment

सपोर्ट सिस्टम का महत्व

परिवार और समाज की भूमिका अहम है। लड़कियों की शिक्षा, करियर और सपनों को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। उन्हें बताया जाए कि उनकी सफलता पर गर्व किया जाता है, न कि सिर्फ उनकी शादी पर।

शादी एक विकल्प, न कि बाध्यता

Advertisment

शादी एक खूबसूरत अनुभव हो सकती है, लेकिन यह ज़रूरी नहीं है। लड़कियों पर शादी का दबाव नहीं बनाया जाना चाहिए। उन्हें ये समझना चाहिए कि शादी के बिना भी उनका जीवन पूरा और सफल हो सकता है।

खुद पर विश्वास रखें

सबसे ज़रूरी बात, लड़कियों को खुद पर विश्वास करना चाहिए। उन्हें अपनी क्षमता और काबिलियत पर भरोसा रखना चाहिए। यह विश्वास ही उन्हें उनके लक्ष्यों तक पहुंचने और अपने जीवन को वैसे जीने की ताकत देगा, जैसे वो चाहती हैं।

आखिर में, यह समाज का सामूहिक प्रयास होना चाहिए कि लड़कियों को सिर्फ शादी के नजरिए से न देखा जाए, बल्कि उनकी हर सफलता का जश्न मनाया जाए। एक ऐसा माहौल बनाया जाए जहां लड़कियां बेझिझक अपने सपनों को पंख लगा सकें और उन्हें हासिल करने के लिए समर्थन पा सकें। तभी हम कह सकेंगे कि लड़कियों के लिए settle होने का मतलब सिर्फ शादी नहीं, बल्कि उनके जीवन की हर खुशी और सफलता है।

 

Settle समाज भारतीय समाज
Advertisment