New Update
1) पुरुष, उनके द्वारा कमाए पैसों से अधिक हैं पार्टनर को इनकम देखकर न छोड़ें
जैसे कि लड़कियां उनकी बॉडी, उनके कपड़ों, उनके लुक्स से बढ़कर होती हैं, वैसे ही पुरुष भी उनके द्वारा कमाए गए पैसों से अधिक होते हैं। यह जरूरी नहीं कि हर कोई एक मीनिंगफुल करियर चाहता हो। ऐसा भी हो सकता है कि कोई सिर्फ इतना ही पैसा कमाना चाहता है कि वह अपने परिवार में अपना योगदान दे सके।
2) पुरुष अन्य तरीकों से भी योगदान करते हैं
पुरुष सिर्फ पैसा कमा कर ही नहीं बल्कि कई अन्य तरीकों से भी अपना योगदान करते हैं। अगर आपका पार्टनर आप से कम कमाता है परंतु वह इस पार्टनरशिप को इक्वली देख पा रहा है और घर के कामों में, बच्चों की देखभाल में, आपकी पूरी मदद करता है, आपके योगदान को महत्व देता है, तो इसमें गलत क्या है?
3) महिलाएं भी बनें प्राइमरी प्रोवाइडर
हमें बचपन से यही सिखाया जाता है की आपका पार्टनर आपके लिए कमाएगा और आपको खिलाएगा। इसी कारण कहीं ना कहीं हमें अपनी कमाने की क्षमता पर या खुद पर से कॉन्फिडेंस कम हो जाता है। हमें अपनी खुद की काबिलियत पर शक होने लगता है और हम यही सोचते हैं कि रोज के लिए तो मैं कमा पाऊंगी, पर क्या मैं एक पुरुष की तरह अपने घर में योगदान दे पाऊंगी? क्या मैं कोई प्रॉपर्टी, या घर या किसी ट्रिप के लिए पैसे दे पाऊंगी?
एक महिला सब कर सकती है अगर वह चाहे तो। अपने आप पर भरोसा रखिए और फाइनेंशियल मैटर्स पर भी जिम्मेदारियां लें।
4) केवल पैसे ही खुशियां नहीं है पार्टनर को इनकम देखकर न छोड़ें
आपको यह भी सोचना होगा कि ऐसी क्या चीज है जो आपको सच में खुश करती है? क्या पैसा ही जीवन में सबसे अधिक जरूरी है? आप अपने जीवन से क्या चहती हैं या किस चीज को सबसे ज्यादा महत्व देती हैं?
अगर आपका पार्टनर कम भी कमाता है, तो भी सोसाइटी उसके बारे में क्या सोचती है, इससे अपने पति को लेकर आपके विचारों पर कोई फर्क नहीं पड़ना चाहिए। आपके लिए प्यार ज्यादा जरूरी है या आपके पार्टनर का फाइनेंशियल स्टेटस?
5) प्राइमरी प्रोवाइडर के रूप में आप क्या महसूस करेंगी?
पुरुष हमेशा से इस पितृसत्तात्मक समाज में अहंकार, डोमिनेंस और विशेषाधिकार के साथ रहते आए हैं। क्या आप भी एक प्राइमरी प्रोवाइडर के रूप में अहंकारी बन जाएंगी? आप अपने पति को वैसे ही प्यार और सम्मान दे पाएंगे जैसा कि आप उनसे चाहती अगर आप कम कमाती तो?
हम हमेशा से कहते आए हैं कि जरूरी मुद्दों पर औरतों को भी अपने विचार व्यक्त करने की अनुमति होनी ही चाहिए। तो क्या प्राइमरी प्रोवाइडर के रूप में आप अपने पति से बिना पूछे ही सारे निर्णय ले लेंगी? अब समय आ गया है कि हम पुरुषों को केवल उनके पैसों के लिए नहीं चाहे। वे कई अन्य रूपों में भी आपकी जिंदगी को पूरा करते हैं।