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Periods Myths: जानें पीरियड से जुड़े कुछ मिथकों के बारे में

पीरियड के दोरान महिलाओं को मूड स्विंग और बहुत सी परेशानी होती है पर इतना ही नहीं, महिलाओं को इसी के साथ समाज के कुछ एसे ताने भी सुनने मिलते हैं जिनके पीछे की सच्चाई उन्हें खुद मालूम नहीं होती, आइये इस बारे में आज हम इस आर्टिकल में बात करते हैं

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B LIPSA RAGHUNATH
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Periods Myths (image credit - Credihealth.com)

Periods Myths: महिलाओं को हर महीने पीरियडस होना एक नेचुरल प्रोसेस है। इन दिनों होने वाली परेशानियों से महिलाएं काफी हिम्मत के साथ डील करती हैं। हर महीन होने वाले पीरियड्स को मासिक धर्म भी कहा जाता है। लोग पीरियड्स के बारे में बात करने से डरते और शर्माते है। न केवल पहले बल्कि कई जगहों मुख्य रुप से ग्रामीण इलाकों पर अभी भी इन दिनों महिलाओं के साथ थोड़ा अलग-सा व्यवहार किया जाता है। दादी, नानी के समय पर इन दिनों पर कुछ जगहों पर जाना और कुछ काम करने के लिए सख्त मना किया जाता है। आइये जानें आखिर क्या थे वह मिथक।

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जानें पीरियड से जुड़े कुछ मिथकों के बारे में

पीरियड्स में निकलने वाला खून होता है गंदा 

पहले के समय लोगों का मानना था कि मासिक धर्म में निकलने वाला खून गंदा और अशुद्ध होता है। जिस कारण से पीरियड्स के दौरान महिलाओं को अशुद्ध माना जाता है। लेकिन यह मिथक बिल्कुल गलत है। इन दिनों शरीर से निकलने वाले गंदा नहीं, बल्कि महिलाओं के लिए बहुत जरुरी होता है। जिनको पीरियड्स नहीं होते हैं आगे चलकर उन्हें प्रेग्नेंसी के समय कई दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। 

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योगा और वर्कआउट से रहें दूर 

एक मिथक यह भी है कि पीरियड के दौरान महिलाओं को किसी भी प्रकार का योगा और व्यायाम नहीं करना चाहिए। लेकिन डॉक्टर्स के द्वारा यह सलाह दी जाती है कि इन दिनों होने वाले दर्द से राहत पाने और सही तरीके से ब्लीडिंग होने के लिए योगा और एक्सरसाइज करना अच्छा रहता है।

शुभ काम पर न जाना 

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पहले के समय लोगों की यह धारणा होती थी कि जो महिलाएं अपने मासिक धर्म में हैं उन्हें केवल एक ही जगह पर पांच से सात दिनों तक रहना होता है। उन्हें इन दिनों किसी भी अच्छे और शुभ काम पर जाने नहीं दिया जाता था। लेकिन ऐसा कुछ नहीं होता है। अब लोग इस तरह की धारणा को फॉलो नहीं करते हैं और इसे कोई काम पर असर भी नहीं पड़ता है।

पीरियड्स के दौरान न नहाना

पहले के लोगों की धारणा थी कि पीरियड्स के दिनों में पांच दिन तक नहाना और हेयर वॉश नहीं करना चाहिए। इस तरह की धारणा को फ़ॉलो करने से केवल शरीर में गंदगी और भी बढती हैं। आजकल महिलाएं इन दिनों पर अपनी साफ-सफाई का खास ध्यान रखती हैं नहीं, तो कई सारी बीमारी होने का खतरा बढ़ जाता है। 

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खट्टी चीजों से बनाएं दूरी

गांव के लोगों का मानना था कि अपने मासिक धर्म के दिनों में महिलाओं को खट्टी चीजों से दूरी बनाएं रखना है। यहां तक कि लोग अचार को छूना भी गलत मानते थे। लेकिन इन दिनों में शरीर से खून निकलने की वजह से महिलों में अधिक कमजोरी होती है। ऐसे में उन्हें अधिक विटामिन से भरपूर चीजों का सेवन करना चाहिए। 

पीरियड्स न आने पर गलत समझना 

पुराने जमाने के लोगों का मानना था कि यदि किसी महिला को समय पर पीरियड नहीं हो रहे हैं या मिस हो रहे हैं, तो इसका सीधा मतलब यह है कि वह प्रेग्नेंट हैं। लेकिन हर बार ऐसा सच नहीं होता है। खासतौर से आजकल महिलाओं में बदलते खानपान के चलते खून की कमी देखने को मिलती हैं। जिस कारण उन्हें सही समय पर पीरियड नहीं हो पाते हैं। इसके अलावा किसी को पीरियड्स केवल 3-4 दिन होते हैं, तो किसी को पूरे सात दिन। यह सब महिलाओं के स्वास्थ पर निर्भर करता है।

सूचना : इस आलेख को केवल संपादित किया गया है। मौलिक लेखन आकांक्षा तिवारी का है।

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