Signs Of Manipulative Behaviour: भावनात्मक मैनिपुलेशन अक्सर लोग अपना काम करवाने के लिए मैनिपुलेट करते हैं। भावनात्मक मैनिपुलेशन के कई तरीके हैं जैसे कि मौन व्यवहार, आत्म विवाद इन सब तरीकों और व्यवहार पर आपको खास ध्यान देने की जरूरत है जिससे कि आप उनसे बच सकें I भावनात्मक ब्लैकमेलिंग के क्या तरीका हो सकते हैं और आप उन तरीकों से और ऐसे मनुष्यों से कैसे बच सकते हैं यह आज हम जानेंगे I
इमोशनल मैनिपुलेशन के संकेत
1. आत्म-विवाद(Gaslighting)
यह एक बहुत ही चालाकी से किया जाने वाला काम है जिसे कि हम गैस लाइटिंग कहते हैं इस चीज में लोग आपको आपकी जो धारणाएं हैं आपकी जो शक्ति है उसे पर आपको संदेह करने की कोशिश करते हैंI आपका जो आत्मविश्वास है उसे कमजोर करने की कोशिश करते हैं जिससे कि आपका आत्मविश्वास और आपका जो 'कॉन्फिडेंस' है खुद पर भरोसा है वह कमजोर हो सके जिससे कि वह आपको उसे बात के लिए मना लें जो वह करवाना चाहते हैंI
2. भावनात्मक ब्लैकमेल(Emotional Blackmail)
भावनात्मक ब्लैकमेल जिसे हम इमोशनल ब्लैकमेल भी कहते हैं लोग अक्सर हमारी कमजोरी को पहचान कर वक्त आने पर अपनी जरूरत के अनुसार हमारी कमजोरी को हमारे खिलाफ इस्तेमाल करते हैं अपने फायदे के लिए।
उदाहरण के तौर पर अगर आप किसी को रोता हुआ नहीं देख सकते आप किसी को उदास नहीं देख सकते तो ऐसा कई बार आपके साथ होगा कि कुछ लोग आपकी इस कमजोरी और आपकी अच्छाई का फायदा उठाएंगे और अपने आंसुओं को आपके खिलाफ इस्तेमाल करेंगे, गलती के लिए दोषी भी आपको ही ठहराएंगे और बाद में आपको ही ऐसा महसूस कर आएंगे कि जो भी गलती थी वह आपकी ही थी तो अपनी कमजोरियां किसी को पाल चलने पता चलने ना दे अन्यथा लोग आपकी अच्छाई का फायदा उठाते है आपको भावनात्मक ब्लैकमेल करकेI
3. सीमाएँ कमजोर करना(Crossing Boundaries)
सीमाओं का उल्लंघन करना अक्सर लोग यह चालाकी दिखाते हैं कि आपकी जो निजी सीमाएं हैं जो काम आप नहीं करना चाहते जिसके लिए अपने सीमाएं बना रखी है कि आप इस चीज को नहीं करेंगे और आप इस चीज में नहीं मानते कई बार लोग आपको मीठी बातें करके और चालाकी से अपनी बातों में फंसा के उसे चीज के लिए मैनिपुलेट करते हैं जो कि आप नहीं करना चाहते और आपकी सीमाओं को पार करते हैं। लोग अक्सर आपको दोषी ठहरा कर अपने आंसुओं को अपने आंसुओं को दिखाकर कि वह कितने दुखी है आपके किसी काम से आपको भावनात्मक ब्लैकमेल करते हैं जिससे कि जो काम आप नहीं भी करना चाहते आप सीमाएं अपनी तोड़कर वह कम करें उनके फायदे के लिए और इंसान अक्सर ऐसी बातों में और ऐसी चालाकी से फंस जाता हैI
4. मौन व्यवहार(Silent Treatment)
किसी भी विवाद या किसी और कार्य के बारे में बात ना करके मौन व्यवहार जिसे हम साइलेंट ट्रीटमेंट कहते हैं यह करने से सामने वाला व्यक्ति हमें यह दिखाना चाहता है कि वह कितने दुखी और निराशा है। मोहन व्यवहार करके आपस में बातचीत ना करके आपके मन में और हृदय में क्या चल रहा है यह बात ना करके लोग अक्सर इस मौन व्यवहार को भी आपके खिलाफ इस्तेमाल करते हैं जिससे कि वह आपसे अपनी बात मनवा सके और वह कार्य करवा सके जो भी करवाना चाहते हैं क्योंकि उनका मौन व्यवहार देखकर आपको ऐसा महसूस होगा जैसे दोष सिर्फ आपका है।