तलाक के बाद देखा गया है कई महिलाएं खुद को अकेला पाती हैं। कुछ तो तुरंत ही नए रिश्ते में जाने के लिए तैयार हो जाती हैं लेकिन कुछ इस सदमे से बहार नहीं आ पाती और अपनी जिंदगी को अकेलेपन का शिकार बना बैठती हैं। हालाँकि, तलाक के बाद यह दोनों ही तरीके का ऐटिटूड सही नहीं है। असल में तलाक के बाद आपको एक रिश्ते से आजादी मिलती है, बजाये फिर नई रिश्ते में बांधने के आपको खुद के लिए थोड़ा वक़्त देना चाहिए। सोच समझ कर फिर अपनी जिंदगी की एक नई शुरुआत करनी चाहिए।
Life After Divorce: करें नई जिंदगी की शुरुआत
बुरा लगना या दुःख होना जायज है
एक रिश्ते से अलग होना, बहले ही वह टॉक्सिक था और आपसी सहमति से कोई कपल तलाक का फैसला करता है। लेकिन सच्चाई तो यह है कि डाइवोर्स का यह प्रोसेस अपने हर चरण में- कभी स्ट्रेस, कभी एंग्जायटी, कभी अकेले रह जाने का डर, और अपने पार्टनर से दूर होने का दुःख साथ लेकर आता है। असल में इन भावनाओं को नीचा दिखाने और उन्हें महसूस न करने से और नुकसान होगा। उन लोगों को खोजें जिन पर आप भरोसा करते हैं जिनके साथ आप अपनी फीलिंग्स को साझा कर सकते हैं।
अपनी पहचान पर करें काम
तलाक को एक पॉजिटिव तरीके से देखें। यह एक बहुत अच्छी ओप्पेर्चुनेटी साबित हो सकता है जिसमे आप खुद के बारें में पता लगा सकती हैं। आप कौन हैं, आपका क्या वजूद है, खुद का सम्मान करना और फिर से योग्य महसूस करना सीखना महत्वपूर्ण है। अपने अंदर के टैलेंट को पहचाने, समझे कि वह क्या चीज़ हैजो आपको सबसे अलग बनाती है। साथ ही कोशिश करें कि पिछली गलतियों को कभी दोहराएं नहीं और नई जिंदगी में पिछले कुछ भी न शामिल होने दें। सबसे बढ़कर, ईमानदारी और उद्देश्य से प्रार्थना करना सीखें। भगवान ने आपको कभी नहीं छोड़ा है और न ही कभी छोड़ेंगे।
दोस्तों से मिलें और कनेक्शन बढ़ाएं
तलाक के बाद का जीवन अकेला नहीं होना चाहिए। तलाक आपकी कुछ दोस्ती में दरारें पैदा करेगा, लेकिन इसे शालीनता से स्वीकार करें और उन दोस्तों के साथ अपने रिश्ते बनाए रखें जो आपके लाइफ में कहीं पीछे छूट गए हैं । नए दोस्त बनाने के लिए काम करें जो आपको सकारात्मक और विकास की मानसिकता में रहने में मदद करेंगे, न कि ऐसे जो आपको नेगेटिव वाइब दें। आपको एक सक्रिय और आनंददायक सामाजिक जीवन की उम्मीद करनी चाहिए, लेकिन इसे बहुत सावधानी से तैयार करें।