क्या आपने कभी सुना है कि कोई केवल तभी यौन या रोमांटिक आकर्षण महसूस करता है जब उनके और सामने वाले के बीच गहरी भावनात्मक कनेक्शन हो? इसे कहते हैं डेमिसेक्शुअलिटी। हाल ही में, मशहूर रैपर और सॉन्गराइटर तुलिसा ने रियलिटी शो 'I’m a Celebrity...Get Me Out of Here!' में खुलासा किया कि वह डेमिसेक्शुअल हैं। यह जानना वाकई दिलचस्प है कि कैसे यह यौन झुकाव मुख्यधारा के डेटिंग नियमों से अलग है।
डेमिसेक्शुअलिटी का मतलब क्या है?
डेमिसेक्शुअलिटी एक ऐसा यौन झुकाव है, जिसमें व्यक्ति केवल तभी यौन या रोमांटिक आकर्षण महसूस करता है, जब वे सामने वाले के साथ एक गहरा भावनात्मक जुड़ाव रखते हों। इसका मतलब है कि "पहली नजर का प्यार" या डेटिंग ऐप्स पर प्रोफाइल देखकर आकर्षण महसूस करना डेमिसेक्शुअल व्यक्तियों के लिए काम नहीं करता।
तुलिसा का अनुभव:
तुलिसा ने शो में खुलासा किया, “मुझे गहरी भावनात्मक कनेक्शन की ज़रूरत होती है। मैं बहुत धीमी गति से किसी के करीब जाती हूं। मेरे लिए यह कनेक्शन और गहराई का मामला है।”
डेमिसेक्शुअल्स को डेटिंग में किन चुनौतियों का सामना करना पड़ता है?
डेमिसेक्शुअल लोगों के लिए डेटिंग एक कठिन अनुभव हो सकता है। डेटिंग ऐप्स पर आकर्षण का आधार शारीरिक लक्षण या त्वरित जुड़ाव होता है, जो डेमिसेक्शुअल्स के लिए उपयुक्त नहीं है।
इंटरन की कहानी:
एक डेमिसेक्शुअल इंटरन ने साझा किया कि उन्होंने डेटिंग ऐप्स पर घंटों बिताए, लेकिन कोई जुड़ाव महसूस नहीं किया। उन्होंने बताया कि यह प्रक्रिया अधिकतर असहज और थका देने वाली थी।
समाज और डेमिसेक्शुअल्स की समस्या
डेमिसेक्शुअल लोगों को अक्सर यह महसूस कराया जाता है कि अगर वे जल्दी आकर्षित नहीं होते या यौन संबंध नहीं बनाते, तो वे रोमांटिक संबंधों के योग्य नहीं हैं।
लोगों के अनुभव:
“थका देने वाला, लेकिन जब कनेक्शन सही होता है, तो यह सब कुछ बदल देता है।”
“मुझे अब भी पछतावा होता है कि मैंने बिना जुड़ाव के किसी से संबंध बनाए।”
“समझाना बहुत मुश्किल है कि डेमिसेक्शुअलिटी क्या है।”
डेटिंग में बदलाव की ज़रूरत
आज के डेटिंग नियम, जैसे "तीसरी डेट का मतलब सेक्स," हर किसी पर लागू नहीं होते। डेमिसेक्शुअल व्यक्तियों को समय और स्पेस देने की जरूरत है। समाज को डेटिंग को अधिक समावेशी बनाना चाहिए ताकि हर कोई अपनी रफ्तार और तरीके से प्यार महसूस कर सके।
डेमिसेक्शुअलिटी यह सिखाती है कि प्यार और आकर्षण एक गहरे भावनात्मक जुड़ाव पर आधारित हो सकते हैं। हर व्यक्ति को अपनी पहचान और इच्छाओं के साथ सहज महसूस करने का अधिकार है।
लेखक परिचय:
पल्लवी बर्णवाल एक प्रमाणित सेक्सुअलिटी कोच हैं और ‘Get Intimacy’ प्लेटफॉर्म की संस्थापक हैं। यह लेख उनके निजी विचारों पर आधारित है।