Why Women Are Called "Full Of Attitude" When They Speak Less : किसी भी इंसान के बारे में पूरी तरह से ना जानकर उसको जज कर देना बहुत ही गलत होता है इसलिए आज हम इस आर्टिकल में आपको बताएंगे कि ऐसे कौन से कारण है कि महिलाओं को कम बोलने पर भी जज कर दिया जाता है।
क्यों महिलाओं के कम बोलने पर उन्हें "एटीट्यूड वाली" कहा जाता है
किसी भी इंसान का ज्यादा या कम बोलना उसके मन पर निर्भर करता है पर फिर भी अगर कोई महिला कम बोलती है तो उनका नाम एटीट्यूड के साथ जोड़ दिया जाता है और यह कह दिया जाता है कि वह एटीट्यूड वाली है, किसी के बारे में बिना कुछ जानेंगे पहले ही जज कर लेना कहीं ना कहीं बहुत गलत है इसलिए आज हम इस विषय पर बात करेंगे की कौन से ऐसे कारण है जिस वजह से किसी भी महिला को कम बोलने पर यह टाइटल दे दिया जाता है।
जेंडर स्टीरियोटाइप
समाज में शुरुआत से ही एक जेंडर स्टीरियोटाइप सेट कर दिया गया है की महिलाएं और पुरुष के बीच में कुछ चीज जरूर होगी जैसे महिलाओं को यह सोचा गया है की हमेशा वह चंचल होगी, और उन्हें बोलना बहुत पसंद होता है इसलिए अगर कोई महिला कम बोलती हैं तो यह पहले ही सोच लिया जाता है कि इस महिला में बहुत एटीट्यूड है।
इंट्रोवर्ट लोगों के लिए मिसअंडरस्टैंडिंग
इंट्रोवर्ट और एक्सट्रोवर्ट दो तरह के लोग हमें हमेशा देखने को मिलते हैं इसलिए अगर कोई व्यक्ति इंट्रोवर्ट है तू ही जरूरी नहीं है कि वह सबके सामने खुलकर अपने विचारों को रख पाएंगे हो ऐसे ही सकता है कि वह महिला भी इंट्रोवर्ट है इसलिए पहले सही होने जज कर लेना गलत हो सकता है और इस तरह से दो लोगों के बीच में मिस अंडरस्टैंडिंग बढ़ सकती है।
कल्चरल नॉर्म्स
समाज में दो तरह का पर्सपेक्टिव महिला के लिए बनाया गया है पहलाद जिसमें महिलाएं बहुत ही ज्यादा चंचल होते हैं और जिनको बोलना बहुत ही ज्यादा पसंद होता है, दूसरा जिसमें महिला केवल बोली गई बातों पर केवल हां मैं अपना जवाब देती है इसलिए इन दोनों विचारों के बीच में बहुत सारी मिसअंडरस्टैंडिंग होती है और इस बीच में एक महिला हमेशा अटक जाती है और उन्हीं को टच कर लिया जाता है।
कॉन्फिडेंस की कमी
इस दुनिया में बहुत तरह के लोग होते हैं और ऐसे भी लोग होते हैं जिनमें कहीं ना कहीं कॉन्फिडेंस की कमी हो सकती है या वह दूसरे लोगों के सामने थोड़े से नर्वस हो सकते हैं इसीलिए हमें हमेशा दूसरों के विचारों को समझना चाहिए और उसकी रिस्पेक्ट करनी चाहिए क्योंकि हमें हमेशा नहीं पता रहता कि सामने वाला किस परिस्थिति से जा रहा है।