Women Should Support Women: किसी भी व्यक्ति को मजबूत बनने में उसकी सहायता करना एक बहुत ही बड़ा और आवश्यक काम है। आप जिस किसी के लिए ऐसा करते हैं उसकी लाइफ में बड़े बदलाव आते हैं और इस वजह से आप खुद भी बेहतर फील कर पाते हैं और साथ ही सामने वाले को अपने आप को मजबूत बनाने का एक विकल्प मिलता है। अगर बात करें महिलाओं की तो उन्हें लोगों का हो या समाज का या परिवार का ही क्यों न हो सपोर्ट बहुत ही मुस्किल से मिलता है। ऐसे में एक महिला कैसे दूसरी महिलाओं को मजबूत बनाने के लिए उनका सपोर्ट कर सकती हैं यह समझना जरूरी है। अगर आप एक महिला हैं और आपको लगता है कि आप अपने आस-पास मौजूद किसी महिला को किसी समस्या से निकाल सकती हैं उन्हें मजबूत करने में उनकी सहायता कर सकती हैं तो ऐसा करना दोनों के लिए ही बहुत फायदेमंद है। आज कल के समय में महिलाओं का एक दूसरे को सपोर्ट करना बहुत महत्वपूर्ण है।
महिलाएं महिलाओं को मजबूत करने के लिए ऐसे करें सपोर्ट
महिलाओं अपने आप में बहुत मजबूत होती हैं लेकिन परिवार समाज और तमाम जिम्मेदारियां उन्हें आगे नहीं बढ़ने देती हैं। अक्सर देखा जाता है कि एक पढ़ी लिखी महिला शादी हो जाने के बाद घर की जिम्मेदारियां सम्भालने हुए बस हाउसवाइफ बनाकर ही रह जाती है जबकि अगर उसे सपोर्ट मिलता तो शायद वह अपने पति के बराबर काम करती और अपने परिवार को भी एक बहतर लाइफ दे सकती। लेकिन ऐसा नहीं हुआ क्योंकि उसे सपोर्ट ही नहीं मिला। ऐसे चीजों को रोकने के लिए स्वयं महिलाएं ही दूसरी महिलाओं का सपोर्ट सिस्टम बन सकती हैं।
भारतीय समाज में जब शादी तय की जाती है तो अक्सर यह कहा जाता है कि लड़के की माँ एक बहू चाहती हैं जो कि उनका घर सम्भाले, जीवन में तमाम समस्यायों को फेस करने के बाद भी महिलाएं खुद घर के लिए एक ऐसी बहू लाना चाहती हैं जबकि वे यह भी कर सकती हैं कि वे उसे सपोर्ट करके उस सिचुएशन से बाहर निकाल सकें जो उन्होंने खुद शादी के बाद फेस की थी।
समय की मांग है कि महिलाएं खुद महिलाओं का सपोर्ट सिस्टम बनें, ना सिर्फ घर पर बल्कि काम में, ऑफिस में, बिजनेस में और लाइफ के हर मोड़ पर जहाँ महिलाओं को सपोर्ट की जरूरत हो। आइये जानते हैं कैसे महिलाएं कर सकती हैं एक दूसरे को सपोर्ट-
- मेंटरशिप: अनुभवी महिलाएं युवा महिलाओं को करियर, शिक्षा और पर्सनल डेवलपमेंट सहित लाइफ के विभिन्न पहलुओं में मार्गदर्शन, सलाह और सहायता प्रदान कर सकती हैं।
- नेटवर्किंग: महिलाएं ऐसे नेटवर्क बना सकती हैं और उनमें भाग ले सकती हैं जो प्रोफेशनल और पर्सनल विकास के अवसर प्रदान करते हैं।
- शिक्षा और स्किल विकास: महिलाओं के लिए शिक्षा और कौशल विकास के अवसर प्रदान करने वाली सहायक पहल उन्हें अपने जीवन को बेहतर बनाने और समाज में सार्थक योगदान देने के लिए सशक्त बना सकती है।
- वित्तीय सशक्तिकरण: वित्तीय साक्षरता, उद्यमिता और ऋण और अनुदान जैसे संसाधनों तक पहुंच को बढ़ावा देकर महिलाओं के बीच वित्तीय स्वतंत्रता को प्रोत्साहित करना बदलाव लाने वाला हो सकता है।
- नेतृत्व को बढ़ावा देना: महिलाओं को व्यवसाय, राजनीति और शिक्षा जैसे विभिन्न क्षेत्रों में नेतृत्व की भूमिका निभाने के लिए प्रोत्साहित करना, लैंगिक रूढ़िवादिता को तोड़ने और दूसरों को प्रेरित करने में मदद कर सकता है।
- इमोशनल सपोर्ट: एक सहायक और गैर-निर्णयात्मक वातावरण बनाना जहाँ महिलाएँ अपने अनुभव, चुनौतियाँ और सफलताएँ साझा कर सकें, इमोशनल स्ट्रेंग्थ और प्रोत्साहन प्रदान कर सकती हैं।