दिवाली का त्यौहारआने वाला है। हर साल यह तो हर बड़े ही धूमधाम से पूरे देश में मनाया जाता है दिवाली ही एक ऐसा त्यौहार है जिसे हर कोई मानता है, धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इसदन भगवान राम 14 वर्ष का वनवास पूर्ण करके अयोध्या वापसलौटे इसलिए इस दिन दीपों के साथ भगवान राम के स्वागत के लिए दीप जलाए गए थे और दिवाली का त्यौहार मनाया गया था और वही त्यौहार अब तक मनाया जाता है, इसे हम भगवान राम के अयोध्या लौटने के उत्सव के रूप में आज तक मानते है, नए कपड़े और साथ सजावटक के साथ ईश्वर को मनाया जाता है भगवान धन्वंतरि और मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है।
जानें दिवाली 31 अक्टूबर को मनाएं या 1 नवम्बर
क्या कहता है ज्योतिष
ज्योतिष आचार्य पंडित भुनेश्वर शास्त्री जी ने बताया कि ज्योतिष के अनुसार दो तिथियां होती है, एक खंडा और दूसरी अखंडा, खंडा तिथि वह होती है जो आधे पहर तक रहती है, और अखंडा तिथि वह होती है जो सूर्य उदय से सूर्य अस्त तक रहती है ऐसे में जो तिथि सूर्य उदय से अस्त तक रहती है उसे शुभ माना जाता है। शास्त्र के अनुसार प्रदोष काल को भी शुभ माना जाता और 1 नम्बर की तिथि को प्रदोष काल को स्पर्श करती है इसलिए भी ये तिथि शुभ मानी जाएगी, इस दिन देवी लक्ष्मी सहित भगवान गणेश जी का पूजन किया जाएगा और कुबेर व धनमंतरी का भी पूजन किया जाएगा, आने वाली 1 नम्बर को आप दिवाली का त्यौहार मनाए वह शुभ होगा।
1 नम्बर को मनाएं दिवाली
इस साल 2024 में यह त्यौहार तिथि के अनुसार अमावस्या को मनाया जाता है इस बार अमावस्या 31 अक्टूबर और 1 नवंबर के बीच पड़ रही है, इसलिए कई लोगों के मन में यह सवाल है कि दिवाली 30 अक्टूबर को मनाई जाए या 1 नवंबर को लिए जानते हैं। अमावस्या की तथि 31 अक्टूबर 3:00 बजे से 1 नवंबर शाम 6:00 बजे तक रहेगी ऐसे में दो दिन ये तिथि रहेगी पर मान्यताओं के अनुसार वह तिथि मनाईजती है जो जो सुबह से शुरू हो रही हो इसलिए दीपावली को 1नवंबर को मनाया जाना शुभ माना जाएगा।