अरेंज मैरिज के 5 मिथक
अरेंज मैरिज के बारे में बहुत से मिथक हैं जो समाज के अंदर फैले हुए हैं। अरेंज मैरिज एक ऐसी प्रक्रिया होती है, जिसमें दो व्यक्ति एक-दूसरे से शादी करते हैं, जो उनके परिवारों द्वारा पसंद किया जाता है। तो आइए जानें अरेंज मैरिज से जुड़े कुछ मिथक के बारे में।
अरेंज मैरिज सिर्फ रिश्तेदारों के बीच होते हैं
अरेंज मैरिज सिर्फ रिश्तेदारों के बीच नहीं होता है। वह दो अनजान लोगों के बीच भी होते है जो एक दूसरे को समझते हैं और संबंध बनाना चाहते हैं।
सभी अरेंज मैरिज असफल होते हैं
अरेंज मैरिज असल में अधिकतर समय असफल नहीं होते हैं। वे सफल भी हो सकते हैं अगर दोनों पार्टनर एक दूसरे को समझते हैं और उनके बीच संबंध अच्छे होते हैं।
व्यक्ति को अपने शादी के जीवन पर कोई कंट्रोल नहीं होता है
व्यक्ति को विवाह करने से पहले उनका पार्टनर परिवार द्वारा पसंद किया जाता है, लेकिन उन्हें उनके विवाहित जीवन पर पूरा कंट्रोल नहीं होता है।
अरेंज मैरिज में सभी लोग दुखी होते है
यह मिथक भी बिल्कुल गलत है। अरेंज मैरिज की सफलता के लिए दोनों परिवार और दोनों पार्टनर की समझदारी, तालमेल और सहयोग बहुत महत्वपूर्ण होता है। यह सभी दुखी नहीं होते हैं।
अरेंज मैरिज करने वाले लोगों को आज़ादी नहीं होती है
यह मिथक बिल्कुल गलत है। अरेंज मैरिज में भी आपकी अपनी चुनौतियां और आपका अपना विचार होता है। आपके परिवार वाले आपकी खुशी को सबसे ज़्यादा महत्व देते हैं और आपके इशारों पर ही इंसानों को मिलाया जाता है। इसमें कोई बल प्रयोग नहीं किया जाता है।