Bedroom Problems: बेडरूम की बातें, खुलकर बोलें

आज के आधुनिक युग में जहाँ हर क्षेत्र में खुलापन आ चुका है वहीं जब बात निजी जीवन की आती है तो लोग अब भी संकोच करते हैं। विशेष रूप से पति पत्नी के बीच की अंतरंगता यौन जीवन और उससे जुड़ी समस्याएं एक ऐसा विषय है

author-image
Sanya Pushkar
New Update
relationship

Bedroom Problems Talk Openly About Bedroom Matters: आज के आधुनिक युग में जहाँ हर क्षेत्र में खुलापन आ चुका है वहीं जब बात निजी जीवन की आती है तो लोग अब भी संकोच करते हैं। विशेष रूप से पति पत्नी के बीच की अंतरंगता यौन जीवन और उससे जुड़ी समस्याएं एक ऐसा विषय है जिस पर अधिकतर लोग चुप्पी साध लेते हैं। इस चुप्पी का नतीजा रिश्तों में दूरियाँ मानसिक तनाव और कभी कभी संबंध विच्छेद तक बन जाता है। ऐसे में यह जरूरी है कि हम बेडरूम की बातें भी खुलकर करें ताकि संबंध स्वस्थ और मजबूत बन सकें।

Advertisment

बेडरूम की बातें खुलकर बोलने की ज़रूरत

1. संकोच और शर्म के चलते संवाद की कमी

भारतीय समाज में यौन विषयों पर बात करना अब भी एक टैबू माना जाता है। पति पत्नी के बीच कई बार किसी एक साथी को कोई असुविधा होती है लेकिन वह खुलकर नहीं कह पाता क्योंकि उसे शर्म आती है या लगता है कि सामने वाला बुरा मान जाएगा। इस वजह से छोटी छोटी बातें भी धीरे धीरे बड़ी समस्या बन जाती हैं।

Advertisment

2. सही यौन शिक्षा का अभाव

बचपन या किशोरावस्था में यदि यौन शिक्षा सही तरीके से दी जाए तो आगे चलकर लोग अपनी समस्याओं को समझने और उन्हें साझा करने में सक्षम होते हैं। लेकिन दुर्भाग्यवश हमारे समाज में यौन शिक्षा को लेकर जागरूकता की बहुत कमी है जिससे व्यक्ति बेडरूम समस्याओं को पहचान ही नहीं पाता।

3. मानसिक स्वास्थ्य और यौन जीवन का संबंध

Advertisment

तनाव अवसाद चिंता जैसी मानसिक समस्याओं का सीधा असर व्यक्ति के यौन जीवन पर पड़ता है। लेकिन जब इस पर बातचीत नहीं होती तो दोनों साथी खुद को दोषी समझने लगते हैं। इस स्थिति में एक दूसरे से बात करना और मानसिक स्वास्थ्य की मदद लेना बेहद ज़रूरी हो जाता है।

4. तकनीक और इंटरनेट की भूमिका

आजकल इंटरनेट पर यौन विषयों को लेकर बहुत सी जानकारी उपलब्ध है लेकिन हर जानकारी सही नहीं होती। कभी-कभी लोग गलत जानकारियों के आधार पर अपनी उम्मीदें तय करते हैं जिससे वास्तविक जीवन में असंतोष और तनाव बढ़ता है। इस वजह से एक दूसरे से ईमानदारी से बात करना और मिथकों को दूर करना जरूरी हो जाता है।

Advertisment

5. समाधान की ओर पहला कदम खुला संवाद

किसी भी समस्या का समाधान तभी संभव है जब उस पर खुलकर बात की जाए। जब जीवनसाथी आपस में अपनी इच्छाओं असंतोष और अपेक्षाओं के बारे में बिना डर और संकोच के बात करते हैं तो बेडरूम की समस्याएं भी सुलझाई जा सकती हैं। साथ ही किसी विशेषज्ञ या काउंसलर की मदद लेने में भी झिझक नहीं होनी चाहिए।

talk Problems