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Breadcrumbing का सबसे बड़ा असर यह होता है कि आप हमेशा एक उम्मीद में रहते हैं, लेकिन वह उम्मीद कभी पूरी नहीं होती। यह स्थिति आपको बार-बार यह सोचने पर मजबूर कर देती है कि शायद आप ही कुछ गलत कर रहे हैं या फिर शायद अगली बार चीज़ें बेहतर होंगी। जब आपका पार्टनर आपसे प्यारभरी बातें करता है, तो आपको लगता है कि वह इस रिश्ते को लेकर गंभीर है, लेकिन जब वह अचानक गायब हो जाता है, तब आप असमंजस में पड़ जाते हैं। यह मानसिक रूप से बहुत थकाने वाला होता है क्योंकि आप खुद को बार-बार इस रिश्ते को बनाए रखने की कोशिश में झोंक देते हैं, लेकिन सामने वाला आपको केवल भ्रम में रखता है।
Breadcrumbing: जब पार्टनर प्यार के नाम पर सिर्फ उम्मीदें देता है, लेकिन साथ नहीं
Breadcrumbing में एक पैटर्न होता है जब भी आपको लगे कि अब चीज़ें खत्म हो चुकी हैं और आप आगे बढ़ने की कोशिश करने लगते हैं, तभी सामने वाला वापस आता है। वह फिर से प्यारभरे मैसेज करता है, आपकी चिंता जताता है, लेकिन जब आप रिश्ते को स्पष्ट करने के लिए बात करते हैं, तो वह कोई ठोस जवाब नहीं देता। यह प्रक्रिया बार-बार दोहराई जाती है, जिससे आप कभी पूरी तरह से इस रिश्ते से बाहर नहीं निकल पाते।
Breadcrumbing क्यों होता है और लोग ऐसा क्यों करते हैं?
Breadcrumbing के पीछे कई कारण हो सकते हैं। कुछ लोग ऐसा इसलिए करते हैं क्योंकि वे अकेलेपन से बचना चाहते हैं, लेकिन वे किसी गंभीर रिश्ते के लिए तैयार नहीं होते। ऐसे लोग आपको बस एक विकल्प की तरह रखते हैं, ताकि जब भी उन्हें अकेलापन महसूस हो, वे आपके पास आ सकें। वहीं, कुछ लोग जानबूझकर यह खेल खेलते हैं क्योंकि उन्हें अपने ऊपर नियंत्रण बनाए रखना पसंद होता है। वे आपको यह महसूस कराना चाहते हैं कि वे जब चाहें, आपको अपनी ज़िंदगी में रख सकते हैं और जब चाहें, आपको नज़रअंदाज़ कर सकते हैं।
कई बार ऐसा भी होता है कि Breadcrumbing करने वाला व्यक्ति खुद भी असमंजस में होता है। वह किसी गंभीर रिश्ते में जाने से डरता है, लेकिन पूरी तरह से अकेला भी नहीं रहना चाहता। इसलिए वह बीच-बीच में आपको अपनी ज़िंदगी में बनाए रखता है, लेकिन जब भी आप उससे किसी स्पष्टता की उम्मीद करते हैं, तो वह भाग जाता है।
Breadcrumbing से कैसे बचें और खुद को कैसे बचाएं?
अगर आपको लगता है कि आप Breadcrumbing का शिकार हो रहे हैं, तो सबसे पहले यह समझना ज़रूरी है कि सच्चा प्यार और स्वस्थ रिश्ते स्पष्टता पर टिके होते हैं। अगर कोई व्यक्ति बार-बार आपको भ्रमित कर रहा है, तो यह एक संकेत है कि वह इस रिश्ते को लेकर गंभीर नहीं है। ऐसे में सबसे अच्छा तरीका यह है कि आप खुद को प्राथमिकता दें और अपने आत्मसम्मान के साथ समझौता न करें।
किसी भी रिश्ते में जाने से पहले यह सुनिश्चित करें कि सामने वाला भी उतना ही इन्वेस्टेड है जितना कि आप। अगर आपको लगातार ऐसा महसूस हो रहा है कि आप सिर्फ इंतज़ार ही कर रहे हैं, तो यह एक लाल झंडा (red flag) है। अपने पार्टनर से खुलकर बातचीत करें और अगर वह आपके सवालों के जवाब देने से बच रहा है या फिर कोई ठोस जवाब नहीं दे रहा, तो यह समय हो सकता है कि आप खुद को इस रिश्ते से निकाल लें।
क्या Breadcrumbing से बाहर निकलना आसान है?
Breadcrumbing से बाहर निकलना आसान नहीं होता क्योंकि आप पहले ही इस रिश्ते में अपनी भावनाएं निवेश कर चुके होते हैं। जब कोई बार-बार वापस आता है और फिर चला जाता है, तो उससे बाहर निकलने में समय लग सकता है। लेकिन यह समझना ज़रूरी है कि एक स्वस्थ रिश्ते में आपको कभी भी यह महसूस नहीं होना चाहिए कि आप सिर्फ इंतज़ार कर रहे हैं या आपको बार-बार अनदेखा किया जा रहा है।
अगर आपको Breadcrumbing का सामना करना पड़ा है, तो खुद को दोष देने की बजाय इस रिश्ते से सीख लें और आगे बढ़ें। अपने आत्मसम्मान को बनाए रखें और किसी ऐसे व्यक्ति के लिए खुद को मत थकाइए, जो आपको सिर्फ जरूरत पड़ने पर याद करता है। प्यार में स्पष्टता और ईमानदारी ज़रूरी होती है अगर वो नहीं है, तो यह रिश्ता आपके लिए सही नहीं है।