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Photograph: (Freepik)
प्यार एक ऐसा एहसास है जो सिर्फ एक दिन या छोटे-से इशारे पर आधारित नहीं होता। अगर कोई सच में आपकी परवाह करता है, तो वह आपको लगातार अपनी सच्ची नज़र से देखेगा और उसे दिखाने के लिए वह हर दिन अपने कार्यों के माध्यम से आपको महसूस कराएगा। छोटे इशारे कभी भी गहरे प्यार की पहचान नहीं हो सकते। प्यार सिर्फ कुछ यादगार पलों का नाम नहीं है, यह तो एक लगातार निभाए जाने वाले प्रयास का नाम है।
क्या आप जानते हैं कि प्यार में कभी समझौता क्यों नहीं करना चाहिए?
क्या हम कभी कम से कम पर समझौता कर सकते हैं?
यह सवाल बहुत ही ज़रूरी है, खासकर आजकल के समय में जहां रिश्तों में अक्सर हमें खुद को कम करके आंकने की आदत पड़ जाती है। रिश्ते में प्यार के अलावा बहुत कुछ होता है, जैसे कि आदर, समझ और प्रयास। क्या आपको कभी ऐसा लगता है कि सामने वाला आपको बस एक दिन का प्यार देकर बाकी समय आपको कम महसूस कराता है? क्या आपको कभी लगा कि सामने वाला बस आपको खुश रखने के लिए कुछ समय के लिए खास बनाता है लेकिन उसका असली प्यार नज़र नहीं आता? अगर हां, तो यह समझिए कि यह सच्चा प्यार नहीं हो सकता। सच्चा प्यार हमेशा स्थिर और बिना शर्त होता है।
प्यार और समझौते का फर्क
कभी-कभी हम छोटे इशारों को अपने रिश्ते की गहरी प्यार की निशानी मानने की गलती कर बैठते हैं। लेकिन यह नहीं भूलना चाहिए कि जो चीज़ें हमें सामान्य रूप से मिलनी चाहिए—जैसे सम्मान, समझ, और प्यार उनके लिए हमें आभारी होने की आवश्यकता नहीं होनी चाहिए। बहुत से लोग रिश्तों में छोटी-छोटी बातें करके सामने वाले को खुश करने की कोशिश करते हैं, लेकिन क्या यह असल में प्यार है या बस एक प्रदर्शन?
मुझे लगता है कि प्यार और समझौते के बीच एक स्पष्ट अंतर होना चाहिए। अगर आप किसी से प्यार करते हैं, तो आपको उसे खुद को साबित करने के लिए हर दिन कोशिश करनी चाहिए। वह सिर्फ एक बार का इशारा नहीं होना चाहिए, बल्कि उसे हर दिन यह दिखाना चाहिए कि वह आपकी जिंदगी का हिस्सा बनना चाहता है और आपकी अहमियत को समझता है।
क्या आप कभी समझौता कर सकते हैं?
मेरे हिसाब से, अगर किसी रिश्ते में आपको सही सम्मान और प्यार नहीं मिल रहा है, तो यह समय है समझने का कि क्या आप उस रिश्ते में वास्तव में खुश हैं। रिश्ते में समझौता तब होना चाहिए, जब दोनों पार्टनर्स एक दूसरे के लिए अपनी सीमाओं को समझते हुए एक अच्छा संतुलन बनाए रखें। लेकिन अगर कोई आपको अपना पूरा प्यार और सम्मान नहीं दे रहा है, तो समझौता करने का कोई मतलब नहीं बनता। आप अपनी कीमत जानते हैं, तो कभी भी उस पर समझौता न करें।
प्यार कोई प्रदर्शन नहीं होता। यह वह भावना है जो समय के साथ बढ़ती है और यह आपके अंदर से बाहर तक असर डालती है। आप अपने लिए सबसे अच्छा डिजर्व करते हैं, सच्चा प्यार, सच्चा सम्मान, और सच्ची समझ। हमेशा याद रखें, अगर कोई आपके लिए अपनी तरफ से पूरी कोशिश नहीं कर रहा है, तो वह सच्चा प्यार नहीं हो सकता। इसलिए, कभी भी अपने लिए कम से कम पर समझौता न करें, आप केवल बेहतरीन के हकदार हैं।