रिलेशनशिप में झगड़े, बहस और असहमति होना बहुत ही आम बात है। कोई भी दो लोगों के सोच विचार शत प्रतिशत समान होना नामुमकिन है। इसलिए, कुछ टॉपिक्स पर पार्टनर्स असहमत ज़रूर होंगे। इस ब्लॉग में पढ़ें रिलेशनशिप्स में झगड़े और बहस को सुलझाने के कुछ हेल्थी टिप्स।
अपने पार्टनर के साथ बहस सुलझाने के हेल्थी टिप्स:
1. घमंड को दूर करें
झगड़े और बहस में घमंड के कारण अपने पार्टनर की बात न सुन्ना या उसे तवज्जो न देना बहुत आम है और बाई डिफ़ॉल्ट हो जाता है। हमें कॉन्शियसली इसे कम करने का प्रयास करना होगा। अगर आपको बहस के बीच में अहसास होता है की आपके पत्र सही है या आपके पार्टनर भी सही है, तो अपने घमंड को साइड में रखें और स्वीकार करें की वे सही कह रहे।
कई हैं जहाँ दोनों पक्ष ही सही होते हैं। इसलिए अपने पार्टनर का पक्ष को नज़रअंदाज़ न करें।
2. कॉमन जगह ढूंढे
बहस के समय यह भूल जाना आसान है की आप अपने पार्टनर के खिलाफ नहीं प्रॉब्लम के खिलाफ लड़ रहे हैं। इसलिए किसी एक को सही और दुसरे को गलत होने की ज़रूरत ही नहीं है। ज़रूरत है दोनों के पक्ष या इच्छा को जगह देने का। एक कॉमन ग्राउंड या बीच का रास्ता निकलना अधिकतर झगड़ों का समाधान हो सकता है। इससे दोनों पार्टनर की इच्छाएं पूरी होंगी।
3. अपने पार्टनर को ख़ारिज न करें
कुछ लोग झगड़े या स्ट्रेस के स्थिति में अपने पार्टनर की बातों को ख़ारिज कर किसी और चीज़ में खुद को बहकाने की कोशिश करते हैं। कुछ फ़ोन निकाल देते हैं, या बेसब्री से टॉपिक बदलने का प्रयास करते हैं। कुछ तो सेक्स का भी सुझाव देते हैं। ऐसा करना बहुत ही गलत है। यह बताता है की आप अपने पार्टनर या उसके राय की बिलकुल भी कदर या सम्मान नहीं करते हैं।
अपने पार्टनर की बात को सब्र से सुने और समझने की कोशिश करें।
4. स्पष्ट रूप से बात करें
आपका पार्टनर अन्तर्यामी नहीं है। साइलेंट ट्रीटमेंट या हिंट्स दे कर झगड़ा नहीं सुलझेगा और आपका गुस्सा या आक्रोश भी कम नहीं होगा। इसलिए खुले और स्पष्ट रूप से अपनी बात रखें। अपने पार्टनर को सीधे तरीके से कहें कि आपको गुस्सा क्यों आया। ऐसा भी हो उन्होंने उस बारे में कभी सोचा ही न हो, आइल आपका सीधा और स्पष्ट दृष्टिकोण झगड़ा सुलझाने के लिए और भविष्य के लिए भी लाभदायक हो सकता है।
5. झगड़े से ब्रेक ले
अगर आपको लग रहा है की आप या आपका पार्टनर इमोशनल हो रहे हैं और इससे बात सुलझने के बजाय और उलझ रही है, तो उनसे कहें की आपको लगता ही की आप दोनों को शांत होने और ठंडे दिमाग से इस बात पर सोच कर चर्चा दोबारा शुरू करनी चाहिए। इससे आप दोनों ऐसे चीज़े बोलने से बच सकते हैं जिससे बाद में आपको पश्ताना पड़ेगा। साथ ही, यह आप दोनों को टॉपिक पर ठन्डे दिमाग से सोचने का मौका देता है।
लम्बे समय तक झगड़ना रिलेशनशिप के लिए हानिकारक हो सकता है, पर इससे भी ज़्यादा ज़रूरी बात है की हाई स्ट्रेस वाले सिचुएशन में रहने से व्यक्ति के शरीर पर भी बुरा असर पड़ता है। इसलिए, अगर बात हाथ से निकलने लगती है तो झगड़े को चर्चा में बदलने के लिए कुछ समय का ब्रेक ले।