/hindi/media/media_files/Z0g70zAibtw6BtXkmcnj.png)
How To Fix Boundaries In Relationship Practically:हर रिश्ता चाहे वह रोमांटिक हो, दोस्ती हो, या पारिवारिक तब ही अच्छा होता है जब उसमें समझ, इज्जत और आजादी हो। लेकिन अक्सर लोग यह भूल जाते हैं कि जितना ज़रूरी प्यार और सपोर्ट है, उतनी ही ज़रूरी बाउंड्रीज भी हैं। ये सिर्फ एक लिमिट नहीं होतीं लेकिन एक सेफ ज़ोन होती हैं जो रिश्ते को ज़्यादा मजबूत और स्टेबल बनाती हैं। बाउंड्री का मतलब ये नहीं कि आप उस इंसान से दूर जा रहे है या उसको कंट्रोल कर रहे हैं। ये आपकी खुद की इमोशनल और मेंटल हेल्थ को बनाए रखने के लिए है। इससे सामने वाले को आप ये समझा सकते है कि आपसे कैसे व्यवहार किया जाए। सीमाएं रिश्ते में इज़्ज़त और संतुलन बनाए रखती हैं। आइए जानते है कि आप किसी भी रिश्ते में हेल्थी बाउंड्री कैसे बनाए। यहां इसके 5 टिप्स दिए गए है।
प्रैक्टिकल तरीकों से रिश्ते में सीमाएं कैसे लगाएं?
1. खुद की जरूरतें पहचाने
लिमिट सेट करने से पहले आपके लिए ये जरूरी है कि आप अपनी जरूरतें पहचाने। इससे आपको बाउंड्रीज सेट करने में आसानी होगी। इसके लिए खुद से सवाल करे कि किस चीज से आप अनकंफर्टेबल होते हैं? किस तरह का व्यहवार आपको इमोशनली हर्ट करता है? यह बहुत जरूरी है कि आप खुद जाने पहले की आपका कंफर्ट जोन क्या है क्योंकि जब तक आपको खुद नहीं पता होगा आप दूसरे को कैसे बताएंगे।
2. ओनेस्ट कन्वर्सेशन करें
एक हेल्दी बाउंड्री की शुरुआत होती है खुलकर बात करने से। अगर कोई चीज़ आपको परेशान कर रही है या आप किसी चीज़ को लेकर कंफ्यूजड हैं, तो उसे सीधे शब्दों में कहे। जैसे अगर आपको खुद के लिए समय की जरूरत है तो साफ साफ बोले कि मुझे वक्त चाहिए। इससे आपके रिश्ते को ईमानदारी और क्लेरिटी मिलेगी।
3. ना कहना सीखे
बहुत से लोग रिश्तों में ना कहने से डरते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि इससे C टूट सकता है या सामने वाला नाराज़ हो सकता है। लेकिन ना कहना एक तरह से सेल्फ-रेस्पेक्ट दिखाना है। अगर कोई चीज़ आपको अनकंफर्टेबल करती है, तो प्यार से मना कर उसे समझाए।
4. फिजिकल, मेंटल और डिजिटल बाउंड्री लगाए
बाउंड्री सिर्फ फिजिकल स्पेस तक नहीं हैं। आपको इमोशनल और डिजिटल बाउंड्री भी लगानी चाहिए। यह भी तय करे कि आप किस हद तक अपने इमोशंस शेयर करना चाहते हैं, कौन सी बातें प्राइवेट हैं, और सोशल मीडिया पर कौन सी चीज़ें पब्लिक होनी चाहिए। रिश्तों में डिजिटल बाउंड्री लगाना भी उतना ही जरूरी है जितना फिजिकल बाउंड्री।
5. बाउंड्री टूटने पे उसपे जरूर करे बात
अगर आपने कोई बाउंड्री लगाई और सामने सामने वाले से जाने अनजाने में टूट गई, तो उसपे बात करे। अगर ये गलती से हुआ तब तक ठीक है लेकिन अगर वो उसे बार-बार तोड़ रहा है, तो उस पर बात करना और भी ज़रूरी है। इसे इग्नोर करने से आपकी सेल्फ-वैल्यू पर असर पड़ सकता है। सामने वाले को शांति से बताए।