Relationship Tips: एक इंसान के रूप में, आपके मस्तिष्क को उस व्यक्ति से Emotional Connection और Physical Comfort की आवश्यकता होती है, जिसके आप सबसे करीब हैं। किसी को इन जरूरतों को पूरा करने के लिए दोनों लोगों के बीच विश्वास होना चाहिए। इस वैलेंटाइन डे (Valentine Day) आप भी करें अपने पार्टनर के साथ अपने रिश्ते को जरूरत से ज्यादा मजबूत और इसमें आज हम करेंगे आपकी मदद। आज के इस ब्लॉग में जानिए विश्वास के पांच स्तंभ हैं जो मजबूत संबंध बनाने के लिए आवश्यक हैं।
Valentine Week: आप चाहते हैं एक मजबूत रिलेशनशिप? तो जरूर रखें इन 5 बातों का ध्यान
1. सुरक्षा (safety)
यह वार्मथ दिखाने, प्रतिक्रिया किए बिना सुनने, दूसरे व्यक्ति को बोलने और सुनने का मौका देने, नियंत्रण न करने और कभी भी जानकारी को हथियार बनाने जैसा नहीं है। एक सिक्योर रिलेशनशिप में, आपको यह उम्मीद करने के अलावा कि दूसरा व्यक्ति आपके लिए सुरक्षित होगा, एक सुरक्षित व्यक्ति होने के लिए खुद को प्रतिबद्ध होना चाहिए।
2. पाटनर के प्रति ईमानदार होना
यह खुले, ईमानदार, प्रामाणिक और कमजोर होने को संदर्भित करता है। इसका मतलब यह नहीं है कि आप ओवरशेयर करते हैं, सब कुछ प्रकट करते हैं, या जरूरत पड़ने पर गोपनीयता की अनुमति नहीं देते हैं। ट्रांसपेरेंसी मतलब यह नहीं कि आप हर छोटी सी छोटी बात अपने पार्टनर को बताओ आपके जीवन में क्या हो रहा है सब कुछ उसको बताओ। इसका मतलब होता है कि आप एक दूसरे के प्रति ईमानदार रहें, कभी कोई ऐसी बात आती है तो सच कहें।
3. पार्टनर के विचारों का सम्मान
यह अन्य व्यक्ति के विचारों, आवश्यकताओं, या अनुरोधों को स्वीकार करने, मान्य करने, पुष्टि करने, कमजोर होने या अपनी स्वयं की सीमाओं को निर्धारित करने के लिए उत्तरदायी होने को संदर्भित करता है। एक रिश्ते में पारदर्शिता वन साइडेड हो जाती है यादि पारस्परिकता न हो तो।
4. रिश्ते में समझ
किसी के द्वारा समझा और स्वीकार किया जाना कनेक्शन के सबसे गहरे रूपों में से एक बनाता है। आपके और आपके पार्टनर में अंडरस्टैंडिंग बहुत जरूरी है यदि एक रिलेशनशिप में अंडरस्टैंडिंग की कमी होती है तो वह रिलेशनशिप ज्यादा समय तक नहीं चलता है। इसलिए आप अपने पार्टनर के साथ अंडरस्टैंडिंग बिल्ट करें यदि मजबूत रिश्ता चाहते हैं।
5. एक दूसरे के समय का सम्मान
आपको बता दें की यह दूसरे व्यक्ति के साथ- साथ स्वयं के लिए गुणवत्तापूर्ण समय के क्षण बनाने को भी संदर्भित करता है। इस बात से अवगत होना कि आपको कब अपनी और दूसरे व्यक्ति की ज़रूरतों के लिए उपस्थित होने की आवश्यकता है। हमेशा ध्यान रखें न सिर्फ पार्टनर के साथ बल्कि हर रिश्ते में आपको सामने वाले के समय का सम्मान करना चाहिए।