प्यार बहुत खूबसूरत एहसास है जिसमें दो लोग आपस में मिलते हैं। दोनों हर चीज साथ में करते हैं और एक दूसरे का सुख और दुख दोनों स्थितियों में साथ देते हैं। किसी भी चीज की नींव भरोसा होता है। अगर आप के रिश्ते में भरोसा ही नहीं होगा तो इसका मतलब है कि वह रिश्ता सिर्फ एक तरफ से निभाया जा रहा है। आज हम आपको ऐसी कुछ चीजें बताएंगे जो टॉक्सिक रिलेशनशिप की तरफ इशारा करती है।
टॉक्सिक रिलेशन के लक्षण -
पार्टनर का फोन चेक करना
किसी भी टॉक्सिक रिलेशन की निशानी है कि आपका पार्टनर आप पर जोर डाल रहा है कि आप उसको अपना फोन चेक करवाएं और वह आपका फोन चेक करता है कि आप किसको मैसेज और इंस्टाग्राम पर फॉलो कर रहे हो। इसके अलावा आप फोन पर किस-किस से बात करते हो। यह सब चीजे है वह आपकी चेक करता है। जिसका मतलब है कि उसको आप पर भरोसा नहीं है इसलिए आप पर शक करता है और आपका फोन चेक करता है।
आपकी फीलिंग को नहीं समझता
टॉक्सिक रिलेशन की एक निशानी यह भी है कि वह आपकी फीलिंग को नहीं समझता। उसको सिर्फ अपने बारे में पता है कि उसको क्या चाहिए या फिर वह क्या फील कर रहा है उसको अपने पार्टनर की कोई फीलिंग समझ में नहीं आती। उसको फर्क नहीं पड़ा पड़ता है कि आप क्या सोच रहे हो आप उदास हो या आप खुश हो या आप कहीं पर जाना चाहते हो या नहीं।
अनकंफरटेबल सेक्सुअल एक्टिविटीज
वह आपको ऐसी सेक्सुअल एक्टिविटीज में भाग लेने के लिए कहता है जिसमें आप सहज नहीं हो और जिसमें आप इंवॉल्व नहीं होना चाहते।उसको इस चीज से फर्क नहीं पड़ता कि आपका आपका इस चीज के लिए मन है या आप इसके लिए अभी तैयार नहीं हो। वह सिर्फ अपने बारे में सोचता है।
घर के काम
वह आपके किसी भी घर के काम में मदद नहीं करता है। वह आपको कहेगा कि यह आपकी जिम्मेदारी है कि आप घर का काम करो अगर आप घर का काम नहीं करती तो वह वह आपके साथ बुरा व्यवहार भी कर सकता है। आपको छोटी-छोटी चीज पर डांटने लग जाएगा कि आपने यह काम ठीक से नहीं किया या यहां तुम कोई काम नहीं करती हो।
आप उसके लिए हमेशा तैयार रहें
आपका टॉक्सिक पार्टनर आपसे यह चाहेगा कि आप हमेशा उसके लिए तैयार रहें जब उसे इमोशनली यहां फिजिकली जरूरत हो। लेकिन वह आपके लिए कभी भी तैयार नहीं होगा जब आप किसी प्रॉब्लम में होंगे या फिरआपको उसकी जरूरत होगी।
कंसेंट
टॉक्सिक पार्टनर की डिक्शनरी में कंसेंट नाम का शब्द नहीं होता है। उसको आपकी कंसेंट से कोई फर्क नहीं पड़ता है अगर वह आपके साथ और सेक्सुअल होना चाहता है तो वह उस समय भी आपकी कंसेंट नहीं पूछेगा। उसको अगर उसको आपके साथ कहीं जाना है या कुछ भी उसको करना है तो उसमें उसको आपकी कंसेंट की जरूरत नहीं है वह सिर्फ अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए आपका इस्तेमाल करेगा।
किसी भी रिश्ते की नींव भरोसा होता है। कोई भी रिश्ता एक तरफ से नहीं होता है अगर किसी भी रिश्ते में दो व्यक्ति इंवॉल्व है तो दोनों की तरफ से रिश्ता चलता है। आप उस रिश्ते को चलाई जा रहे हो उसका कोई मतलब नहीं है। इसलिए आप ऐसे रिश्ते में बिल्कुल ना रहे हैं जिसमें आप की कदर ना हो क्योंकि कोई भी रिश्ता आपकी सेल्फ रिस्पेक्ट से बढ़कर नहीं होता है।