What Steps Can Teenage Girls Take When They See Red Flags in a Relationship? टीनएज के उम्र का प्यार ज़्यादातर किताब के पन्नों तक ही सिमट के रह जाते हैं। कई बार ये रिश्ते जीवन के आखिरी पड़ाव तक साथ देते लेकिन सभी रिश्ते जीवन को बेहतर नहीं बनाते। सभी रिश्ते हमारे लिए अच्छे नहीं होते। कुछ रिश्ते हमारे जीवन को विषाक्त बना देते हैं, जिसका असर हमारे मानसिक स्वास्थ पर पड़ता है। खासतौर पर बात करें किशोरावस्था के उम्र की लड़कियों की तो, उनमें उस उम्र में उतनी समझ नहीं होती। वो अक्सर अपने समझ के अभाव के कारण रिश्तों को परख नहीं पातीं। उनको यह जानना ज़रुरी है कि किसी गलत रिश्ते में खतरे के संकेत क्या हैं? आप उन्हें कैसे पहचान सकते हैं? और सबसे महत्वपूर्ण बात आपका रिश्ता अगर अस्वस्थ स्थिति में पहुंच गया हो तो उस दौरान क्या कदम उठाएं?
क्या है रेड फ्लैग?
हर रिश्ते की अपनी खूबियां होती हैं, तो वहीं कमियां भी। लेकिन बात जब रिलेशनशिप की आती है तो यह तय करना आवश्यक है कि यह रिश्ता सकारात्मक उर्जा से भरा है या नकारात्मक। इसे समझने के लिए आप दो रंगों के कॉन्सेप्ट को इस्तेमाल कर जान सकते हैं। उनमें से एक है रेड फ्लैग, जो खतरे का संकेत देता है। रिलेशनशिप में आपका पार्टनर आप पर रौब जताता हो, आपके मन की न करने देता हो, आपसे हर बात पर झूठ बोलता हो तो इन सब संकेतों को ध्यान में रखते हुए टीनएज लड़कियां कुछ कदम उठाकर समस्याएं को दूर कर सकती हैं।
रिश्तों में रेड फ्लैग दिखने पर टीनएज लड़कियों को क्या कदम उठाने चाहिए?
1. एडजस्ट करने से करें मना
रिश्तों को बरकरार रखने के लिए ज़रुरी नहीं कि आप ही रिश्तों में एडजस्ट करते रहें। टीनएज उम्र की लड़कियां ध्यान रखें कि अगर आपका पार्टनर आपको हर बात पर एडजस्टमेंट के लिए मना ले रहा हो तो यह आपके लिए नुकसान साबित हो सकता है। आप ऐसे रिश्ते में बंधे रह जाते हैं, जहां आप सिर्फ अपना सौ प्रतिशत देते हैं। बेहतर होगा कि आप इस पर अपने पार्टनर से खुलकर बात करें और हर बार एडजस्ट करने से मना करें।
2. खुलकर करें बात अपने पार्टनर से
यह उम्र बहुत नाजुक होता है। इस उम्र में अक्सर टीनएज लड़कियां प्यार और भावनाओं में बह जाती हैं। अगर रिश्ते में आपका पार्टनर आप पर हावी होने की कोशिश करता हो, तो इसके खिलाफ आप अपनी बात को अपने पार्टनर के सामने खुलकर रखें।
3. पाबंदी लगाने से करें मना
किशोरावस्था वाले उम्र में आप जितने अपने माता-पिता से जुड़े रहेंगे उतना आपके सही जीवन के लिए बेहतर होगा। ध्यान दें कि कहीं आपका पार्टनर आपको अपने परिवार से ज़्यादा बात करने और बातें शेयर करने पर पाबंदी लगाता हो, तो आप इसे करने से मना करें और इसे लेकर पार्टनर से बात भी करें।
4. अलग हो जाने में समझदारी
आपके समझाने के बाद भी आपका पार्टनर अपने बर्ताव में बदलाव नहीं ला रहा, तो बेहतर होगा कि आप समय रहते ही इस रिश्ते से खुद को अलग कर लें। इस कच्ची उम्र के पड़ाव में अगर आप गलत साथी के साथ बने रहेंगे तो इससे आपके जीवन का विकास कभी नहीं होगा।