Why Divorce Rate Is Increasing In India: भारत में शादी जन्म-जन्म अंतर का रिश्ता माना जाता है आदमी के साथ फेरे लेकर सात जन्मों तक इस रिश्ते को निभाने के साथ वचन लिए जाते हैं। सदियों से यह परंपरा चली आ रही है भारत में हिंदू विवाह को बहुत पवित्र माना जाता है। एक बार शादी हो गई तो उसे आजीवन निभाया जाता है, यह धार्मिक मान्यता के अनुसार है। पहले के समय में महिलाओं के लिए चाहे अपने ससुराल में पति या ससुराल वालों से कितनी ही प्रताड़ना सहती रहे लेकिन रिश्ता तोड़ना उनके लिए मुमकिन नहीं था। इसलिए रिश्ते बचे रहते थे लेकिन पुरुषों की तरफ से देखा जाए तो उन्हें यह अधिकार हमेशा से रहा है कि वह चाहे तो रिश्ता तोड़ सकते हैं और चाहे तो रिश्ता निभा सकते हैं। भले ही इंडिया डाइवोर्स रेट वेस्टर्न कंट्रीज के मुकाबले काफी कम है, लेकिन पिछले एक दो दशकों से तलाक के मामलों में इजाफा देखने को मिला है, आईए जानते है कि भारत में इतनी शादियां क्यों टूट रही हैं।
भारत में क्यों बढ़ रहे हैं तलाक के मामले
1. महिलाओं में अवेयरनेस
पिछली कुछ दशकों में साक्षरता इतनी बढ़ गई है कि महिलाएं अपने खिलाफ हो रहे अत्याचारों के लिए आवाज उठाने लगी है। और जैसे ही महिलाओं ने मुंह खोलना शुरू किया वैसे ही रिश्ते टूटने लगे महिलाएं अगर अपने ऊपर हो रहे अत्याचारों को सहती रहे तो रिश्ते बचे रहेंगे और अगर उन्होंने अपने खिलाफ हो रहे अत्याचारों के खिलाफ आवाज उठाई तो रिश्ते टूटने लगेंगे यह समाज का कटु सत्य है।
2. बिजी लाइफस्टाइल
आज महिला और पुरुष दोनों ही नौकरी पर जाते हैं आज के समय में पैसे की अहमियत इतनी हो गई है कि एक व्यक्ति की कमाई से घर चलना मुश्किल है, अगर आप मिडिल क्लास फैमिली से है तो ऐसे में पति-पत्नी दोनों ही काम पर जाते हैं और दोनों ही एक दूसरे को इतना समय नहीं दे पाते हैं जितना देना चाहिए दोनों थकान के कारण या बिजी स्टाइल के कारण एक दूसरे के साथ उतना कम्युनिकेट नहीं कर पाते और दोनों के बीच दूरियां बढ़ जाती है। आपस में तनाव पैदा होता है जो कहीं ना कहीं तलाक का कारण बनती है
3. सोच में बदलाव
आज के समय में लोगों की सोच बदल चुकी है। आज के समय में लोगों की सोच इतनी बदल गई है कि कहीं ना कहीं तलाक को इतना बदनुमा नहीं माना जाता तो लोग अगर आपस में एक शादी को नहीं निभा पा रहे हैं तो उनका अलग हो जाना बेहतर माना जाने लगा है ग्रामीण इलाकों में लोग आज भी इसे भद्दा माना जाता है, लेकिन शहरी इलाकों में तलाक को इतना अजीब नहीं माना जाता।
4. लव मैरिज में इजाफा
लव मैरिज आज के समय में बहुत बढ़ गई है। हालांकि यह ठीक भी है क्योंकि आप शादी से पहले एक दूसरे को अच्छी तरह समझ लेते हैं, जान लेते हैं लेकिन अगर आपके पैरेंट्स का इंवॉल्वमेंट इस रिश्ते में कम है तो कहीं ना कहीं आपकी शादी को बचाने में उनके एफर्ट्स कम रहेंगे इसलिए लव मैरिज भी एक कारण है तलाक का, क्योंकि जब दो लोग अपनी सहमति से शादी करते हैं तो अपने ही सहमति से उसे शादी को तोड़ने का अधिकार भी रखते हैं।
5. इन लॉस का इंवॉल्वमेंट
कई बार ससुराल पक्ष या मायके पक्ष वालों का कपल्स की लाइफ में इंवॉल्वमेंट इतना ज्यादा बढ़ जाता है, कि दोनों के बीच तनाव पैदा हो जाता है, और यह तनाव कई बार तलाक तक पहुंच जाता है। ससुराल वाले हो या मायके वाले दोनों को यह सलाह है कि वह अपने बच्चों को उनके जीवन को उनके तरीके से जीने की आजादी दे।