कम उम्र में बच्चों पर ना डालें ये दबाव, हो सकते हैं कुछ बड़े नुक्शान

बच्चों पर कम उम्र में दबाव डालने से कई प्रकार के नुकसान हो सकते हैं, जैसे कि उनके शारीरिक और मानसिक विकास पर असर पड़ सकता है, साथ ही उनके आत्मविश्वास और सोचने की क्षमता पर भी। जानें अधिक इस पेरेंटिंग ब्लॉग में-

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B LIPSA RAGHUNATH
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DoNotPutThisPressureOnChildrenAtAn EarlyAge : बच्चों पर कम उम्र में दबाव डालने से कई प्रकार के नुकसान हो सकते हैं, जैसे कि उनके शारीरिक और मानसिक विकास पर असर पड़ सकता है, साथ ही उनके आत्मविश्वास और सोचने की क्षमता पर भी। यह उनकी शिक्षा, समाजिक संबंध, और भविष्य के पैटर्न पर भी असर डाल सकता है। इसलिए, बच्चों के साथ उनके विकास को समझकर उन्हें सही दिशा में मार्गदर्शन करना महत्वपूर्ण होता है।

कम उम्र में बच्चों पर ना डालें यह तवाब

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बच्चों पर दबाव डालने वाले कई प्रकार के बिंदु हो सकते हैं, जो उनके सामाजिक, मानसिक और शारीरिक विकास पर असर डाल सकते हैं:

1. शिक्षा में दबाव

बच्चों को अकेले ग्रेड्स में अच्छे प्रदर्शन के लिए दबाव डालना उन्हें अत्यधिक चिंतित और स्ट्रेसफुल बना सकता है, जिसका पढ़ाई में खराब प्रभाव पड़ सकता है।

2. सामाजिक दबाव

समाज में समर्थित ना महसूस करना, पराये द्वारा अपमानित कराए जाना , या उनकी सामाजिक पसंदों या विचारों की खिलाफ दबाव डालना उनके आत्मविश्वास में कमी कर सकता है।

3. परिवार में दबाव

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कुछ बच्चों को परिवार के अपेक्षाओं का सामना करना पड़ सकता है, जैसे कि पेशेवर या पारंपरिक भूमिकाओं का पालन करना।

4. विशेष आवश्यकताओं का दबाव

कई बार बच्चों को उनकी विशेष आवश्यकताओं के बावजूद सामाजिक दबाव महसूस हो सकता है, जैसे कि विकलांगता, लैंगिक अलगाव आदि।

5. मनोबल पर दबाव

कई बार अत्यधिक प्रतिस्पर्धा या स्कूल या खेल में सफलता की आवश्यकता के चलते बच्चों को आत्मिक स्वार्थ के लिए दबाव बनता है।

6. मीडिया और दृश्यमान प्रभाव

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बच्चों पर टेलीविजन, सोशल मीडिया आदि के माध्यम से अत्यधिक विज्ञापनों और उपयोगकर्ता स्थानकित कंटेंट के माध्यम से दबाव पड़ सकता है।

7. शारीरिक दबाव

कुछ खेलों, गतिविधियों या शारीरिक स्वरूप और आकार के आधार पर बच्चों पर शारीरिक दबाव पड़ सकता है।

8. अपनी शक्तियों के आधार पर दबाव

बच्चों को कभी-कभी उनकी क्षमताओं और प्रतियोगिताओं के आधार पर दबाव डाला जा सकता है। इस तरह के दबाव बच्चों के सहयोगी विकास को प्रभावित कर सकते हैं और उनकी मानसिकता, स्वास्थ्य और सामाजिक संबंधों पर असर डाल सकते हैं।