If your children also make these mistakes, then correct them : गलती करना मनुष्य जीवन की एक स्वाभाविक सी बात है। गलती हर किसी से होती है चाहे वह छोटा हो या बड़ा। परंतु गलती होने के बाद उन्हें सुधारना बेहद जरूरी है बच्चों से की गई गलतियां यदि बचपन में ही सुधार दी जाए तो वह बाद में चलकर कोई बड़ा रूप नहीं लेती यदि बचपन से ही बच्चों की गलतियों को नकारा जाए तो उन्हें उन गलतियों की आदत लग जाती है।आज हम आपके लिए लेकर आए हैं कुछ ऐसी ही पेरेंटिंग टिप्स जो आपके और आपके बच्चों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
यदि आपके बच्चे भी करते हैं ये गलतियां तो तुरंत सुधारें
1. अदब और अनुशासन की कमी
सम्मान बड़ा हो या छोटा सभी का करना चाहिए परंतु बच्चों को यह सीखना और भी महत्वपूर्ण हो जाता है। अगर बच्चे अपने बड़ों का सम्मान नहीं करते, तो उन्हें यह सिखाना आवश्यक है कि कैसे बड़ों का सम्मान करें और अनुशासन में रहें। यह एक महत्वपूर्ण सामाजिक गुण है। बच्चों को बताएं कि सम्मान करने से ही उन्हें भी सम्मान की प्राप्ति होगी।
2. झूठ बोलना
कई बार बच्चे छोटी-छोटी बातों पर झूठ बोलते हैं। और माता-पिता उनके छोटे-छोटे झूठ को नकार देते हैं ,लेकिन हर माता-पिता को उन्हें समझाना चाहिए कि सच्च बोलना क्यों जरूरी है और झूठ के नकारात्मक प्रभाव क्या होते हैं। माता-पिता द्वारा नकारे गए छोटे-छोटे झूठ आगे बढ़कर काफी गलत प्रभाव बच्चों पर डाल सकते हैं।
3. अधिक स्क्रीन टाइम
आजकल मोबाइल फोन हमारे समाज की बहुत बड़ी समस्या बन चुका है हम देखते हैं कि आजकल के बच्चे अक्सर मोबाइल, टीवी या वीडियो गेम में अधिक समय बिताते हैं। माता-पिता को इसके लिए सीमाएं निर्धारित करनी चाहिए और उन्हें अन्य रचनात्मक गतिविधियों में संलग्न करना चाहिए। उन्हें रोमांचक बाहरी गेम खिलौने चाहिए उनके साथ स्वयं भी खेलना चाहिए जिससे बच्चों की भी जिज्ञासा उस खेल के प्रति बड़े।
4. स्वास्थ्य पर ध्यान न देना
आजकल अक्सर हम देखते हैं कि बच्चे कई बार बच्चे जंक फूड पसंद करते हैं और शारीरिक गतिविधियों से बचते हैं। माता-पिता को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि बच्चे स्वस्थ आहार लें और नियमित रूप से शारीरिक गतिविधियां करें। माता-पिता को योगासन और व्यायाम को उनके जीवन का हिस्सा बनना चाहिए।
5. आलस्य और काम को टालना
आजकल बच्चे अधिक स्क्रीन टाइम जंक फूड के सेवन से मोटापा ग्रस्त और आलसी होते जा रहे हैं तो ऐसे में माता-पिता को उन पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है, अगर बच्चे किसी काम को टालते हैं या आलस्य दिखाते हैं, तो उन्हें समय प्रबंधन और जिम्मेदारी का महत्व सिखाना जरूरी है।