Five things you should tell your children about teenage relationship: टीनऐज के बच्चों के लिए प्यार और रिलेशनशिप एक नया अनुभव होता है। इस उम्र के बच्चों का इन सब चीजों को एक्सप्लोर करना एक सामान्य बात है। बच्चे अक्सर टीवी- मोबाइल फोन में या अपने आसपास के वातावरण से इन सब चीजों को देखते हैं और उन्हें खुद की लाइफ में भी एक्सप्लोर करना चाहते हैं। कहीं ना कहीं इन सब के पीछे उनका उम्र और हार्मोनल चेंजेज भी जिम्मेदार है। लेकिन एक अच्छे मां-बाप का कर्तव्य है कि वह इस उम्र के बच्चों को एक दोस्त की तरह हर चीज के विषय में समझाएं और अपने बच्चों को भी समझने की कोशिश करें। आईए जानते हैं टीनएज के बच्चों को हमें प्यार और रिलेशनशिप के बारे में कौन सी बातें बतानी चाहिए।
टीनऐज रिलेशनशिप के बारे में बच्चों को बताएं यह पांच बातें
1. खुलकर करें बात (Talk openly)
कहा जाता है कि बच्चे जब टीनऐज में प्रवेश करते हैं तो हमें अपने बच्चों को अपना दोस्त बना लेना चाहिए और दोस्तों की तरह ही उनसे सारी बातें करनी चाहिए। आप अपने घर में ऐसा माहौल जरूर तैयार करें कि बच्चे आपसे किसी भी विषय पर खुलकर बात कर सके और अपने विचार व्यक्त कर सके। ऐसे में बच्चों को कहीं और जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। क्योंकि उनको घर पर ही ऐसा माहौल मिलेगा। बच्चे अगर बिना डरे आपसे सारी बातें शेयर करेंगे तो उनके जिंदगी में चल रही गतिविधियों का भी आपको पूरा अंदाजा होगा।
2. रील लाइफ और रियल लाइफ के बीच का फर्क
आजकल के बच्चे प्यार और रिलेशनशिप के बारे में सोशल मीडिया या टीवी से ही सीखते हैं। लेकिन बच्चों को यह फर्क पता नहीं होता की रियल लाइफ में और सोशल मीडिया के रील लाइफ में फर्क होता है। बच्चों को ऐसा लग सकता है कि प्यार हमेशा परफेक्ट और ग्लैमरस ही होता है। लेकिन उन्हें आपको यह बताना चाहिए की रियल लाइफ में प्यार हमेशा परफेक्ट नहीं होता है हमें अपने पार्टनर के कर्मियों को भी एक्सेप्ट करना पड़ता है।
3. उम्र के अनुसार प्लानिंग समझाएं
बच्चों को यह समझाने की जरूरत है कि हर चीज़ अ उईपनी उम्र के अनुसार ही करनी चाहिए, नहीं तो प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से हमें कई सारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इसी तरह प्यार और रिलेशनशिप की भी एक उम्र है। उन्हें प्यार से समझाएं कि अभी वे अपनी पढ़ाई और कैरियर पर ज्यादा ध्यान दें तभी उनका भविष्य बेहतर हो सकता है। उन्हें यह आश्वस्त करें कि जब वह सारे काम अपने उम्र के अनुसार करेंगे तो आप भी उन्हें हमेशा सपोर्ट करेंगे।
4. दोस्तो के दवाब में आना गलत
टीनऐज के बच्चे अपना ज्यादातर समय स्कूल-कोचिंग में गुजारते है। जहां उनके जैसे कई और टीनएजर्स भी मौजूद होते हैं, कई बार बच्चों के दोस्त ही उनको गर्लफ्रेंड या बॉयफ्रेंड ना बना पाने के कारण चढ़ाते हैं जिस दबाव में आकर के बच्चे ना चाहते हुए भी रिलेशनशिप में चले जाते हैं। आपको अपने बच्चों को यह समझने की जरूरत है कि यह सब चीज दूसरों के दबाव में आकर या दिखावे के लिए बिल्कुल नहीं बनी है।
5. हेल्दी रिलेशनशिप को समझने में करें उनकी मदद
आजकल के बच्चे एक हेल्दी रिलेशनशिप और टॉक्सिक रिलेशनशिप के बीच का अंतर आसानी से नहीं समझ पाते हैं। महज कुछ फिल्मों और सोशल मीडिया के ट्रेंड्स को देखकर ही उनकी प्राथमिकताएं भी बदलती रहती है। इसीलिए यह आपकी जिम्मेदारी है कि आप उन्हें बताएं कि एक हेल्दी रिलेशनशिप कैसा होता है। रिलेशनशिप में रहकर हम एक दूसरे की मदद कर अपने करियर पर कैसे फोकस किया जाए, और साथ में रहकर किस प्रकार सफलता हासिल कर सकते हैं।